ड्रग्स तस्करी पर अमेरिकी सूची में भारत
१७ सितम्बर २०१०इस सूची में रखे गए बाकी देशों में बहमास, बोलिविया, कोलंबिया, कोस्टा रिका, डॉमेनिकन रिपब्लिक, इक्वाडोर, गुआतेमाला, हैती, होंडुरास, जमाइका, लाओस, मैक्सिको, निकारागुआ, पनामा, पेरू और वेनेजुएला शामिल हैं. इस बारे में अमेरिकी विदेश मंत्री को भेजे एक ज्ञापन में ओबामा ने कहा है कि इस सूची में किसी देश का नाम आने का यह मतलब नहीं है कि वहां की सरकार नशीले पदार्थों की पैदावार या तस्करी को रोकने के लिए कदम नहीं उठा रही है या फिर अमेरिका के साथ इस बारे में सहयोग नहीं कर रही है.
राष्ट्रपति कहते हैं, "इस सूची में किसी देश को रखने जाने की वजह भौगोलिक, व्यापारिक और आर्थिक हो सकती हैं जिनके चलते सरकार की चिंता के बावजूद नशीले पदार्थों की पैदावार और तस्करी जारी है." ओबामा ने कहा कि बोलिविया, बर्मा और वेनेजुएला जैसे देश पिछले 12 महीनों के दौरान नशीले पदार्थों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत अपनी जिम्मेदारियों पूरी करने में नाकाम रहे हैं. लेकिन वह बोलिविया के साथ दोतरफा कार्यक्रमों के लिए समर्थन जारी रखने का वादा भी करते हैं. साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति वेनेजुएला में भी सीमित कार्यक्रमों के हक में हैं क्योंकि वह इसे अमेरिका के राष्ट्रीय हितों के लिए जरूरी मानते हैं.
अपने बयान में ओबामा ने कहा है कि अफगानिस्तान में अब भी अफीम की सबसे ज्यादा पैदावार होती हैं और वह हेरोइन का बड़ा स्रोत है. वैसे अफगानिस्तान अफीम की खेती को रोकने के लिए कदम उठा रहा है, लेकिन उसे और इच्छा शक्ति दिखानी होगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः वी कुमार