तीन बीवियों की जलन में फंसा बिन लादेन
८ मार्च २०१२पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से महज 50 किलोमीटर दूर एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन अपनी तीन बीवियों, आठ बच्चों और नाती-पोतों के साथ रहता था. पिछले साल 2 मई को उसके मकान पर अमेरिकी सेना ने छापा मारा और बिन लादेन की मौत हो गई. इसके कुछ ही दिनों बाद पाकिस्तान के एक रिटायर्ड सेना अधिकारी, ब्रिगेडियर शौकत कादिर ने कई महीनों तक बिन लादेन की जिंदगी के बारे में जानकारी जमा की.
कादिर को बिन लादेन के घर जाने की अनुमति के साथ साथ उसके बारे में खास दस्तावेजों को भी देखने का मौका मिला. उनकी ली गई तस्वीरों में अमेरिकी छापे के बाद बिन लादेन के घर में खून से लथपथ चौखट और सीढ़ियां देखी जा सकती हैं. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ अल कायदा के आतंकवादियों की बातचीत के बारे में भी कादिर को बताया गया.
बिन लादेन का बड़ा परिवार
बिन लादेन 2005 से एबटाबाद में रहता था. अपने परिवार के 28 सदस्यों के साथ. उसे गुर्दे और पेट की बीमारी थी और उसकी मानसिक हालत को लेकर भी चिंताएं बढ़ रही थीं. बिन लादेन अपने घर की तीसरी मंजिल में रहता था और उसके साथ उसकी सबसे छोटी पत्नी अमाल अब्दुल फतह अल सदा रहती थी. अल सदा 19 साल की थी जब बिन लादेन ने यमन की इस लड़की से शादी की. उसके दूसरी पत्नी, सिहम सबेर उसी मंजिल पर एक कमरे में रहती थी जिसमें कंप्यूटर भी रखा था. बिन लादेन का पारिवारिक जीवन भी उसकी पत्नियों के बीच तनाव से घिरा हुआ था.
पिछले ही साल 2011 में सऊदी अरब की उसकी सबसे बड़ी पत्नी खैरिया साबेर एबटाबाद पहुंची और पूरे घर को अपने सिर पर ले लिया. कादिर के मुताबिक अमाल ने आईएसआई से पूछताछ में यह बात बताई. खैरिया की शादी 1980 के दशक में बिन लादेन से हुई और बिन लादेन की छोटी पत्नी अल सदा से उसे जलन होती थी. खैरिया काफी आक्रामक किस्म की महिला थी. उससे पूछताछ कर रहे आईएसआई अधिकारियों का भी कहना था कि वह इतनी आक्रामक थी कि वह "लगभग डरावनी थी."
डरावनी खैरिया
2001 में अफगानिस्तान पर अमेरिकी हमले के बाद बिन लादेन पाकिस्तान चला गया और वहां अमाल अल सदा ने उसका साथ दिया. इस बीच सबसे बड़ी पत्नी खैरिया अफगानिस्तान छोड़कर ईरान चली गईं जहां उन्हें 2010 तक नजरबंद रखा गया. 2011 में वह एबटाबाद आई और बिन लादेन की दूसरी पत्नी सिहम साबेर के बेटे खालिद को पहले से ही शक हो गया कि खैरिया कुछ गड़बड़ करने वाली है. जब उसने खैरिया से पूछा कि वह क्यों आई है तो उसने कहा, "मुझे अपने शौहर के लिए एक आखिरी काम करना है." खालिद ने अपने पिता को यह बात बताई और कहा कि खैरिया उसे धोखा देना चाहती है.
बिन लादेन की सबसे छोटी और सबसे प्रिय पत्नी अल सदा को भी खैरिया से डर लगने लगा. हालांकि इस बात की कोई पुष्टि नहीं हो पाई कि खैरिया बिन लादेन की मौत के लिए जिम्मेदार है. खैरिया से पहले भी बिन लादेन की दो पत्नियां रह चुकी थीं लेकिन उनका तलाक हो चुका था. उनके साथ बिन लादेन के 20 बच्चे थे. अल सदा का कहना है कि अफगानिस्तान पर हमले के तुरंत बाद बिन लादेन पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के कोहट शहर में रहने लगा. अमेरिकी सेना को पहले लग रहा था कि वह पाकिस्तान के कबायली इलाकों में छिपा है.
2005 में एबटाबाद आकर बिन लादेन वहीं बस गया. कई सालों तक अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसियां उसे ढूंढती रहीं. लेकिन अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि बिन लादेन का पता उसको संदेश भेजने वाले के जरिए पता चला. वह भी बिन लादेन के साथ उसी मकान में रहता था. उसके परिवार वाले एबटाबाद पर छापे में मारे गए.
ब्रिगेडियर कादिर कुल मिलाकर चार बार बिन लादेन के घर गए. उन्होंने कहा कि बिन लादेन के घर में हमला होने पर वहां से भागने की कोई व्यवस्था नहीं थी. घर पर न कोई बेसमेंट था, न ही सुरक्षा का कोई दूसरा इंतजाम था. "वह घर अपने आप में ही मौत का फंदा था."
रिपोर्टः एपी/एमजी
संपादनः ए जमाल