तुर्की ने रोका सीरियाई विमान
११ अक्टूबर २०१२रूस से हथियार का निर्यात करने वाली एजेंसी से जुड़े एक सूत्र ने नाम जाहिर ना करने की शर्त पर रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स को बताया, "विमान में ना तो कोई हथियार, ना किसी तरह का उपकरण और ना ही किसी सैन्य उपकरण का हिस्सा जैसा कुछ मिला है." तुर्की के सैन्य विमान दमिश्क जा रहे विमान एयरबस ए-320 को अपने घेरे में ले कर बुधवार की रात अंकारा एयरपोर्ट पर ले गए. विमान में 30 यात्री सवार थे. तुर्की को खुफिया जानकारी मिली थी कि विमान सैनिक साजो सामान ले कर जा रहा है.
विमान में सवार यात्रियों को तो बाद में रवाना कर दिया गया लेकिन कार्गो का कुछ हिस्सा तुर्की के अधिकारियों ने जब्त कर लिया. हालांकि इनमें क्या है इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जून में कहा था का रूस सीरिया को ऐसा कोई हथियार नहीं भेजता जिनका इस्तेमाल गृह युद्ध में हो सकता हो. रूस ने तुर्की के अधिकारियों से विमान को रोकने के बारे में सफाई मांगी है. रूसी विदेश मंत्रालय के एक सूत्र के हवाले से इंटरफैक्स ने खबर दी है कि विमान मास्को के नूकोवो एयरपोर्ट से उड़े विमान को तुर्की में रोकने पर अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है.
रुस ने तुर्की पर रूसी नागरिकों का जीवन संकट में डालने का आरोप लगाया है. रूसी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है, "यात्रियों की सुरक्षा और जीवन को खतरे में डाला गया." रूसी विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि विमान में सवार उसके 17 नागरिकों को रूसी राजनयिकों से मिलने भी नहीं दिया गया. उधर तुर्की का कहना है कि उसने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के दायरे में रह कर यह कदम उठाया है. तुर्की के विदेश मंत्री अहमद दावुतोगलो ने कहा है, "हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि ऐसी सत्ता को हथियार न मिले जो आम लोगों के खिलाफ क्रूर नरसंहार में जुटा है. हमारी वायुसीमा के रास्ते से ऐसा होना सहन नहीं किया जा सकता है." तुर्की ने यह भी कहा है कि आगे भी अगर जरूरत हुई तो वह इस तरह की कार्रवाई करता रहेगा. तुर्की के परिवहन मंत्री बिनाली यिल्दरीम ने पत्रकारों से कहा, "हमने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया है और कल जरूरत हुई तो फिर इस्तेमाल करेंगे." तुर्की के अधिकारियों ने अपने नागरिकों से सीरियाई वायुसीमा के रास्ते उड़ान न भरने का भी निर्देश दिया है. कहा गया है कि ऐसा करना अब सुरक्षित नहीं है.
रूस सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के सबसे बड़े सहयोगियों में है. रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के तीन प्रस्तावों को वीटो कर दिया था. यह प्रस्ताव सीरियाई सरकार पर दबाव बनाने के लिए पास किए जाने थे. रूस ने पिछले साल सीरिया को करीब 1 अरब अमेरिकी डॉलर के हथियार बेचे हैं.
हथियार निर्यात एजेंसी से जुड़े सूत्र ने बताया कि रूस ने दमिश्क को हथियार बेचना नहीं रोका है. विद्रोहियों और असद के बीच टकराव के ज्यादा हिंसक होने के बावजूद हथियारों की सप्लाई जारी रखने पर रूस मिले जुले रुख का ही संकेत दे रहा है साफ तौर पर इसे रोकने जैसी कोई बात अभी तक नहीं सुनाई पड़ी है. सूत्र का कहना है, "अगर हमें किसी तरह का सैन्य तकनीकी उपकरण या हथियार भेजना होगा तो वह उचित तरीके से भेजा जाएगा, अवैध तरीके से नहीं और नागरिक विमान में तो निश्चित रूप से नहीं."
एनआर/एएम(रॉयटर्स, एएफपी)