तेंदुलकर के पिछले 2 साल अविश्वसनीयः कपिल देव
९ अप्रैल २०११लंदन में भारतीय पत्रकार संगठन के सदस्यों से बातचीत में कपिल देव ने कहा, "पिछले दो सालों में तो सचिन बिल्कुल अविश्वसनीय रहे हैं. यह जीनियस दूसरे रूपों में भी निखरने लगा है. उम्र बढ़ने के साथ वह चैम्पियन की तरह ज्यादा खेलने लगे हैं." टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने मौजूदा कप्तान की भी जम कर तारीफ की. हालांकि वह यह भी मानते है कि अभी टीम में सुधार की बहुत गुंजाइश है. कपिल ने कहा, "भारत के पास ऐसी टीम है जो किसी को भी हरा सकती है. वे लोग अभी भी अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं."
भारतीय क्रिकेट टीम की सफलता का राज पूछने पर कपिल ने कहा, "भारत का विकास हर मुकाबले में नजर आ रहा है अब वह चाहे कॉमनवेल्थ गेम हो, एशियन गेम्स या फिर वर्ल्ड कप. हम निश्चित तौर पर अच्छी उड़ान भर रहे हैं और चमक रहे हैं. अब भारत टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन टीम होने के साथ ही वर्ल्ड कप चैम्पियन भी है." कपिल से जब ये पूछा गया कि फाइनल में टीम इंडिया की हालत खराब क्यों हो गई तो कपिल का कहना था, "जब इस तरह की मजबूत बैटिंग लाइन हो तो कई बार संतुष्टि का भाव आ जाता है. हालांकि इसके बाद भई वे जीत रहे हैं. उन्होंने जैसा खेल दिखाया उससे वे कई गुना अच्छे खिलाड़ी हैं. यहां तक कि धोनी ने भी तब जाकर कमाल दिखाया जब उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी यानी कि फाइनल में."
पूर्व तेज गेंदबाज कपिल देव ने वीरेंद्र सहवाग को भी शानदार खिलाड़ी बताया और कहा, "वह विध्वंसक खिलाड़ी हैं. वह एक साथ पूरे क्रिकेट की गति बदल देते हैं और खेल को बड़े सामान्य तरीके से लेते हैं."
नई टीम पुरानी से बेहतर
कपिल का मानना है कि टीम इंडिया अगर अपनी गेंदबाजी पर ध्यान दे तो वह और मजबूत हो कर उभर सकती है. कपिल ने माना कि भारत की गेंदबाजी फिलहाल सबसे बड़ी चिंता है. कपिल से जब मौजूदा टीम की 1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम से तुलना करने को कहा गया तो उनका कहना था," यह टीम उस टीम से कई गुना बेहतर है. 1983 की टीम में हमारे पास अनुभवी खिलाड़ी नहीं थे. हम बिल्कुल कच्चे थे और बड़े मैच खेलने लायक तो हमारे मनोभाव बिल्कुल नहीं थे. लेकिन हमने अच्छा तालमेल दिखाया." कपिल के मुताबिक मौजूदा टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, महेंद्र सिंह धोनी औऱ हरभजन सिंह जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं. वह कहते हैं, "1983 की टीम में अगर एक एक खिलाड़ी से तुलना की जाए तो वेस्ट इंडीज की टीम हमसे कई गुना बेहतर थी."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उभ