दिल्ली हाइकोर्ट के बाहर बम धमाका, 10 की मौत
७ सितम्बर २०११यह धमाका ऐसे समय हुआ जब हाईकोर्ट में आने जाने वाले लोगों की भीड़ होती है. बुधवार को हाईकोर्ट में कई मामलों की सुनवाई होती है इसलिए इस दिन भीड़ भी बहुत ज्यादा थी.
गृह मंत्रालय के विशेष सचिव यूके बंसल ने बताया कि संदिग्ध ब्रीफकेस में यह बम रखा हुआ था.
घायलों को सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया है.
रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने मौके पर मौजूद एक व्यक्ति के हवाले से लिखा है कि धमाका कोर्ट के मुख्य दरवाजे पर हुआ. यहीं एंट्री पास भी बंते हैं.
समाचार चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "जब धमाका हुआ तब वहां करीब 70 से 80 लोग थे. उनमें से कम से कम 40 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. घायलों की दशा मैं बयान भी नहीं कर सकता. किसी के हाथ गायब हो गए थे तो किसी के पैर. धमाके के फौरन बाद पुलिस वहां आ गई. मैंने एक पुलिसकर्मी के साथ मिल कर कुछ लोगों को वहां से निकाला. दिल्ली पुलिस हमेशा कहती है कि हम आप के साथ हैं. आज सच में उन्होंने दिखा दिया कि वे हमारे साथ हैं."
मई के महीने में भी हाईकोर्ट के बाहर एक कम तीव्रता वाला धमाका हुआ था जिससे शहर में घबराहट फैल गई थी.
वहीं जुलाई में मुंबई में तीन बम धमाके हुए जिसमें 24 लोगों की जान गई थी. धमाका किसने किया इस बारे में अभी रिपोर्ट आनी है.
2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में 199 लोगों की जान गई थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ईशा भाटिया