दुनिया का पहला पेपर फोन, पतला और लचीला
१० मई २०११बहुत हल्का यह मोबाइल फोन एक पतली फिल्म से बना है. यह फोन वह सब कुछ कर सकता है जो एक स्मार्ट फोन करता है. सबसे बढ़िया बात इस तकनीक की है कि जब इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा हो, तब इसमें ऊर्जा का इस्तेमाल बिलकुल नहीं होता.
भविष्य की तकनीक
किंग्स्टन, ओंटारियो कनाडा में क्वींस यूनिवर्सिटी में ह्यूमन मीडिया लैब के निदेशक और इस फोन को बनाने वाले रोएल वर्टेगाल कहते हैं, "यह भविष्य है. अगले पांच साल में सब ऐसा ही दिखाई देगा और महसूस होगा. यह देखने में कंप्यूटर की तरह है और काम करने में इंटरएक्टिव पेपर की तरह का अनुभव देता है. इसे चलाने के लिए आप इसके ऊपर का कोना मोड़ें. कोना मोड़ कर ही पन्ना भी पलटा जा सकता है या फिर इसके ऊपर आप पेन से लिख भी सकते हैं."
फोन का डिस्प्ले साढ़े नौ सेंटीमीटर का है. लचीला ई इंक डिस्प्ले इसे और पोर्टेबल बनाता है.
प्रिंटर की भी जरूरत नहीं
डॉक्टर फेर्टेगाल यह भी दावा करते हैं कि इन हल्के कंप्यूटर्स पर बड़े डॉक्यूमेंट्स को भी आसानी से सेव किया जा सकता है. इसका मतलब है कि बड़े ऑफिसों को किसी भी प्रिंटर या पेपर की जरूरत नहीं पड़ेगी. "बिन पेपर का ऑफिस यहां हैं. इसमें सब डिजिटल डेटा में स्टोर किया जा सकता है. और आप इन कंप्यूटर्स को पेपर की तरह एक के ऊपर एक रख सकते हैं या टेबल पर कहीं भी रख सकते हैं."
यह नया शोध अगले सप्ताह एसोसिएशन ऑफ कंप्यूटिंग मशीनरी के कंप्यूटर ह्यूमन इंटरेक्शन कॉन्फरेंस में पेश किया जाएगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए कुमार