दुनिया के सबसे उम्रदराज व्यक्ति का निधन
१५ अप्रैल २०११ब्रुएनिंग 1980 से रेनबो सीनियर लिविंग नाम के वृद्धाश्रम में रह रहे थे. इस आश्रम की प्रवक्ता स्टेसी किर्बी ने बताया कि ब्रुएनिंग का निधन गुरुवार को ग्रेट फॉल्स अस्पताल में हुआ. निधन की वजह कुदरती है.
कैसे जिए ब्रुएनिंग
पिछले 35 साल से ब्रुएनिंग दिन में दो वक्त खाना खाते थे. उन्होंने 2009 में ग्रेट फॉल्स ट्रिब्यून अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था, "मेरे ख्याल से आपको भूख मिटने से पहले ही खाने की मेज से हट जाना चाहिए. रात को खाने की आदत से भी छुटकारा पा लेना चाहिए. तब आपको पता चलेगा कि कितना अच्छा लगता है."
ब्रुएनिंग के निधन पर मोनटाना के गवर्नर ब्रायन श्वाइत्सर ने कहा, "मैं एक दोस्त और मोनटाना के महान नागरिक की मौत पर बहुत उदास हूं. वॉल्टर ने मुझे सिखाया कि हर बात सीमा में रहे तो लंबी जिंदगी जीना आसान होता है. कड़ी मेहनत और सादा जीवन खुशी का राज है. और आत्मा के लिए जरूरी है दूसरों को देना."
अब कौन
ब्रुएनिंग का जन्म 21 सितंबर 1896 को मिनेसोटा राज्य के मेलरोस कस्बे में हुआ था. 1918 में वह ग्रेट फॉल्स शहर में आ गए और ग्रेट नॉर्दर्न रेलवे में काम करने लगे.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के 2011 के संस्करण में उन्हें आधिकारिक तौर पर दुनिया के सबसे उम्रदराज जिंदा व्यक्ति के रूप में शामिल किया गया. 2009 में इंग्लैंड के हेनरी एलिनगम (113) की मौत के बाद ब्रुएनिंग को यह दर्जा मिला था.
अब जापान के जिरोएमोन किमूरा सबसे बड़ी उम्र के इंसान बन गए हैं. बीते मंगलवार ही वह 114 साल के हुए हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम