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धरती के ऊपर मंडरा रहे हैं बृहस्पति, शुक्र और बुध

२३ सितम्बर २०१०

आसमान के सितारों में जिन लोगों की दिलचस्पी है और जिन्हें अंधेरे में टिमटिमाती रोशनियां देखना अच्छा लगता है उनके लिए इस हफ्ते सौर मंडल एक सौगात लेकर आ रहा है. वे लोग सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति को देख सकते हैं.

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तस्वीर: picture alliance/dpa

इस हफ्ते बृहस्पति धरती के बेहद नजदीक आ गया है. 47 साल बाद ऐसा हुआ है जब बृहस्पति धरती के इतना करीब आया है और यह वैज्ञानिकों के लिए बेहद खास मौका है.

प्लेनेटरी सोसाइटी ऑफ इंडिया के महासचिव एन श्री रघुनंदन कुमार के मुताबिक यह मौका इतना बड़ा है कि अब दोबारा 2022 में ही नजर आएगा. कुमार ने बताया, "20-21 सितंबर की रात बृहस्पति धरती के सबसे नजदीक आया. यह धरती से 59.4 करोड़ किलोमीटर दूर था. ऐसा पिछली बार 1963 में हुआ था और अगली बार 2022 में होगा."

खगोल शास्त्र के जानने और चाहने वाले पूर्वी आसमान में इस सबसे बड़े ग्रह को देख सकते हैं. कुमार ने बताया कि चंद्रमा की स्थिति के आधार पर इसका अनुमान लगाया जा सकता है. इस दौरान यह बेहद चमकीला नजर आएगा. उन्होंने कहा, "मार्च 2011 तक बृहस्पति को आसमान में देखा जा सकेगा. अक्तूबर के तीसरे हफ्ते तक यह चमकता रहेगा."

Flash-Galerie Die Sombrero Gallaxy aufgenommen von dem Hubble Space Teleskop
न जाने कितने सितारे अब भी अनजानेतस्वीर: NASA

आमतौर पर बृहस्पति की धरती से कम से कम दूरी 58.8 करोड़ किलोमीटर है. ज्यादा से ज्यादा पृथ्वी से यह 96.7 करोड़ किलोमीटर तक दूर जाता है. लेकिन इस दौरान सिर्फ बृहस्पति ही नहीं बल्कि और भी कई ग्रह धरती के आसपास मंडराते देखे जा सकते हैं.

शुक्र भी बहुत नजदीक नजर आने वाले ग्रहों में शामिल है. 23 सितंबर से शुक्र को पश्चिमी आसमान में सूर्यास्त के एक घंटा बाद तक देखा जा सकता है. यह अक्तूबर के दूसरे हफ्ते तक चमकता रहेगा. बुध भी आजकल धरती के नजदीक ही है. बुध को पूर्व दिशा में 24 सितंबर को क्षितिज के आसपास देखा जा सकता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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