नहीं लिया संन्यास: गांगुली
८ फ़रवरी २०११सौरव दादा ने एक बयान जारी कर कहा है, "मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से 2008 में ही संन्यास ले लिया था. अगर मुझे आईपीएल में खेलने को नहीं मिला तो मैं किसी तरह के घरेलू क्रिकेट में नहीं खेल पाउंगा. लेकिन अगर मुझे आईपीएल मुझे खेलने को मिला तो मैं फिट रहने के लिए क्रिकेट खेलता रहूंगा." सौरव गांगुली को आईपीएल के चौथे सत्र में किसी टीम ने नहीं खरीदा इसके बाद उनके संन्यास लेने के बारे में अटकलें लग रही हैं. इससे पहले एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू से इस बात को संन्यास लेने की खबरों को और हवा मिली. दादा ने इस बार में बयान जारी कर विवादों को खत्म करने की कोशिश की है.
कोलकाता एयरपोर्ट पर दादा ने पत्रकारों से कहा, "आप लोगों को कहां से इस तरह की गलत जानकारियां मिल रही हैं." सौरव ने साफ किया कि आईपीएल में मौका मिले तो वो जरूर खेलेंगे. टीवी चैनल पर दिए इंटरव्यू में जब सौरव से पूछा गया कि क्या वो हर तरह के क्रिकेट से संन्यास लेने की सोच रहे हैं. जवाब में गांगुली ने कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और अब इस बात की कोई संभावना नहीं कि वो आईपीएल में खेलें.
दादा के इसी बयान को उनके संन्यास लेने की ओर किया गया इशारा समझा गया. गांगुली से जब रणजी मैच में खेलने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा, "मैंने अभी फैसला नहीं किया है." आखिरी रणजी मैच सौरव ने पिछले साल दिसंबर में खेला था जब कोलकाता की टीम रेलवे से भिड़ी थी. गांगुली ने कहा कि उन्हें हैरत हुई जब आईपीएल की 10 टीमों में से किसी ने भी उन्हें खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई. ये हाल तब है जब 70 से ज्यादा खिलाड़ियों को आईपीएल में चुना गया इसके अलावा वो आईपीएल में रन भी बना रहे थे.
दादा ने कहा, "मैंने रन बनाए हैं. पिछले साल मैंने 500 से ज्यादा रन बनाए. मेरी उम्र के दूसरे खिलाड़ी जैसे कि राहुल द्रविड़, एडम गिलक्रिस्ट और वीवीएस लक्ष्मण अभी भी सक्रिय हैं. मैं नहीं जानता मुझे क्यों नहीं चुना गया."
रिपोर्टः एजंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह