नाइजीरिया में पहले चेतावनी, फिर धमाके
१ अक्टूबर २०१०ये धमाके चेतावनी जारी करके किए गए. देश के सबसे बड़े विद्रोही संगठन मूवमेंट फॉर इमेनिसिपेशन ऑफ द नाइजर डेल्टा (एमईएनडी) ने एक ईमेल भेजकर चेतावनी दी कि उसने राजधानी में कई जगह बम रख दिए हैं और लोग फौरन जगहों को खाली कर दें.
अपने ईमेल में संगठन ने कहा, "समारोह की जगहों पर और उसके आसपास कई बम रखे गए हैं. ये बम हमारे ऐसे कार्यकर्ताओं ने रखे हैं जो सरकारी एजेंसियों में ही काम करते हैं." इस मेल को संगठन के प्रवक्ता जोमो ग्बोमो ने भेजा है. ईमेल में यह भी कहा गया कि लोग इलाके को खाली कर दें और कारों व कूड़ेदानों के पास न खड़े हों.
समचार एजेंसी रॉयटर्स के एक कैमरामैन ने बताया कि सुरक्षा बल और फायर ब्रिगेड के लोग जब पहले धमाके के बाद कुछ कारों में लगी आग को बुझाने में जुटे थे, तभी दूसरा धमाका हुआ. धमाके के बावजूद देश में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किए गए समारोह जारी रखे जाएंगे.
एमईएनडी पिछले काफी वक्त से नाइजर डेल्टा में तेल स्रोतों के बड़े हिस्से के लिए लड़ाई लड़ रहा है. इस जगह पर अफ्रीका का सबसे बड़ा तेल और गैस उद्योग है. संगठन की ज्यादातर गतिविधियां डेल्टा के आसपास ही होती हैं.
धमाकों के बाद टीवी फुटेज में दिखाया गया कि स्वतंत्रता दिवस समारोहों पर कोई फर्क नहीं पड़ा. राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन अपनी लिमोजिन कार में समारोह में पहुंचे. उन्होंने अपना वही पारंपरिक काला हैट पहना था. उन्होंने खुली जीप में सैनिकों का निरीक्षण किया.
जोनाथन इसी साल की शुरुआत में पूर्व राष्ट्रपति उमारू यारादुआ के निधन के बाद राष्ट्रपति बने. उन्हें अगले साल चुनाव का सामना करना है. वह नाइजर डेल्टा के इलाके से ही आते हैं. जानकार मानते हैं कि उनका इस पद पर बैठना तनाव को कुछ कम कर सकता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार