निर्णायक टेस्ट में वेस्ट इंडीज की खराब शुरुआत
७ जुलाई २०११लंबे इंतजार के बाद इस बार टॉस भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने जीता और विपक्षी टीम को बल्लेबाजी का न्योता दिया. एड्रियान बराथ और पहला टेस्ट खेल रहे किरैन पॉवेल की जोड़ी काफी कुछ ठान कर आई थी. बल्लेबाजी के लिए उपयुक्त विकेट पर आठ ओवर तक दोनों ने गेंद को छूने की हिमाकत नहीं की. आठवें ओवर में ईशांत शर्मा की गेंद पर बराथ के खिलाफ एक जोरदार अपील खारिज हो गई.
अगला ओवर प्रवीण कुमार ने फेंका. प्रवीण की पहली गेंद एक मीठी आउट स्विंग रही, जो पॉवेल का बल्ला चूमती वीवीएस लक्ष्मण के हाथों में समा गई. पहला टेस्ट खेल रहे पॉवेल को सिर्फ तीन रनों के साथ वापस लौटना पड़ा. पहले विकेट के नुकसान की भरपाई करने किर्क एड्वर्ड्स आए.
ईशांत की गेंदों पर काफी परेशान रहने वाले बराथ के खिलाफ शर्मा ने दो और अपीलें कीं. एक में बराथ भाग्यशाली रहे. इसके बाद बराथ ने ईशांत पर काउंटर अटैक करने की सोची. एक गेंद को पुल करने के चक्कर में वह ऐसे उलझे की गिल्लियां गिर गईं.
दो विकेट खोने के बाद डैरन ब्रावो ने वेस्ट इंडीज के लिए पहला चौका जड़ा. लेकिन दूसरे छोर पर खड़े एडवर्ड्स ब्रावो के शॉट्स का मजा ज्यादा देर तक नहीं उठा सके. बाउंसर से अटपटे ढंग से निपटने की कोशिश में वह कैच दे बैठे. ईशांत के खाते में यह दूसरी सफलता आई.
35 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद कैरेबियाई टीम को अनुभवी बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल और ब्रावो ने संभाला. दोनों ने विकेट नहीं गिरने दिया और रन भी जोड़े. खराब मौसम ने दोनों की एकाग्रता भंग की. बारिश की वजह से पहले दिन मात्र 31 ओवर का खेल हो सका और स्कोर रहा 75 रन.
तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत अब तक 1-0 से आगे है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल