बादलों के बीच ईशांत शर्मा चमके
१ जुलाई २०११ब्रिजटाउन टेस्ट के तीसरे दिन वेस्ट इंडीज ने 98 रन से आगे खेलना शुरू किया. क्रीज पर जमे शिवनारायण चंद्रपॉल अपनी टीम को संकट से निकालने की कोशिश में थे, लेकिन यह उनका संघर्ष ज्यादा देर चला नहीं. मेजबान टीम के स्कोर बोर्ड पर 36 नए रन ही जुड़े पाए कि चंद्रपॉल को अभिमन्यु मिथुन ने बोल्ड कर दिया.
इसके बाद तो एक छोर से विकेटों की झड़ी सी लग गई. कार्लटन बौघ को भज्जी ने आते ही वापस भेज दिया. कप्तान डेरेन सैमी समेत आखिरी के तीन विकेट ईशांत की आंधी में उड़ गए. सैमी को 15 रन पर आउट करने के बाद ईशांत ने रामपॉल को बिना खाता खोले लौटाया, अगली ही गेंद पर शर्मा ने फिडेल एडवर्ड्स को चलता कर कैरेबियाई टीम की पहली पारी पर चार विराम लगा दिया. वेस्ट इंडीज 190 रन पर धराशायी हो गया. टीम की तरफ संघर्ष करने वाले अकेले बल्लेबाज मारलॉन सैमुअल्स रहे, उन्होंने 78 रनों की नाबाद पारी खेली. यानी बाकी के 10 बल्लेबाज सिर्फ 99 रन बना सके, 13 रन अतिरिक्त के खाते से आए.
वेस्ट इंडीज की हालत पतली करने का पूरा श्रेय ईशांत शर्मा को जाता है. लंबे समय बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे ईशांत ने अब तक छह विकेट चटका लिए हैं. ब्रिजटाउन की पिच पर उन्हें अतिरिक्त उछाल मिल रहा है. तेज रफ्तार के साथ मिलते उछाल की वजह से कैरेबियाई बल्लेबाजों को उनका सामना करने में काफी मुश्किल हो रही है.
गेंदबाजों के बढ़िया प्रदर्शन के बाद अब भारतीय बल्लेबाजों पर फटाफट तेज तर्रार ढंग से अच्छा स्कोर बनाने की चुनौती है. पहली पारी के आधार पर भारत को वेस्ट इंडीज पर मात्र 11 रन की बढ़त मिली. दूसरी पारी में अब तक टीम इंडिया ने बिना विकेट खोए 23 रन जो़ड़ लिए हैं. क्रीज पर मुरली विजय और अभिनव मुकुंद हैं और दो दिन का खेल बाकी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ईशा भाटिया