पाकिस्तान को अकेले नहीं छोड़ा जा सकताः मुलेन
३ जून २०११जॉइन्ट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष एडमिरल माइक मुलेन ने माना कि पाकिस्तान के साथ साझेदारी में अमेरिका को कई बार झटके लगे हैं. लेकिन मुलेन ने कहा कि पाकिस्तान फिलहाल खुद के विश्लेषण की प्रक्रिया के गुजर रहा है. खासकर दुनिया के मोस्ट वांटेड व्यक्ति ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में मिलने के बाद. मुलेन ने कहा, "मुझे लगता है कि हमें उन्हें थोड़ा वक्त देना चाहिए. यही सबसे ठीक है. मेरे विचार में सबसे बुरा उन्हें अलग थलग कर देना होगा."
मुलेन ने आशंका जताई कि पीछे हटने पर 1990 जैसी अस्थिरता फिर पैदा हो सकती है जब अमेरिका अफगानिस्तान से पीछे हट गया था.
अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान को दी जाने वाली अमेरिकी आर्थिक सहायता पर सवाल उठाया है. इन सांसदों का आरोप है कि पाकिस्तान दोहरा खेल खेल रहा है. पैसे भी ले रहा है और आतंकियों के साथ भी संबंध बनाए हुए है.
मुलेन ने कहा कि पाकिस्तान की सेना को अमेरिका के साथ रिश्तों के बारे में आतंरिक बहस खत्म करनी होगी. "इसके बाद ही पाकिस्तानी सेना को प्रशिक्षण की बात की जा सकती है. यह एक ऐसा देश है जिसे अपनी संप्रभुता प्यारी है, जैसे हमें भी है. यह बात हमें याद रखनी होगी." ओसामा बिन लादेन का पाकिस्तान में मिलना ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका अफगानिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सेना वापस बुलाना चाहता है.
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान में सेना की संख्या तिगुनी कर दी है लेकिन वादा किया है कि जुलाई से धीरे धीरे सैनिक कम किए जाएंगे. हालांकि डेविड पेट्रियस ने कोई सिफारिश नहीं की है. "मैं ईमानदारी के साथ कहता हूं कि इस समय पर किसी के पास कोई हल नही है. आखिर में इस पर फैसला राष्ट्रपति ही लेंगे."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एस गौड़