पाकिस्तान ने तालिबान को शुक्रिया कहा
७ दिसम्बर २०११पाकिस्तान में तालिबान और सुन्नी उग्रपंथी अक्सर मुहर्रम की दसवीं तारीख आशूरा के दिन शियाओं के जुलूस पर हमला करते रहे हैं. इस बार ऐसा नहीं हुआ. यह शांतिपूर्ण तरीके से बीता. इसके लिए गृह मंत्री रहमान मलिक ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का नहीं बल्कि तालिबान का आभार व्यक्त किया है.
रहमान मलिक ने बताया कि वह पहले ही तालिबान से शियाओं के रीति रिवाज का सम्मान करने को कह चुके थे. बुधवार को राजधानी इस्लामाबाद में मलिक ने कहा, "ऐसा करने के लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं."
वहीं मंगलवार को आशूरा के मौके पर अफगानिस्तान में दो शक्तिशाली धमाके हुए. हमलों में 56 लोग मारे गए. अफगान अधिकारी धमाकों के लिए पाकिस्तानी उग्रपंथियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. पाकिस्तान के एक संगठन लश्कर ए झंगवी ने काबुल में हुए हमले की जिम्मेदारी भी ली है. खुद को लश्कर ए झंगवी सदस्य बताने वाले एक व्यक्ति ने पाकिस्तानी मीडिया को सूचना देकर बताया कि काबुल में धमाका उन्होंने किया है.
अफगानिस्तान में हुए हमलों के बाद आए पाकिस्तानी गृह मंत्री के बयान को पश्चिम तल्खी से देख रहा है. पाकिस्तान तालिबान के खिलाफ युद्ध का एलान कर चुका था. अफगानिस्तान से सटी सीमा पर तहरीक ए तालिबान के खिलाफ सैन्य अभियान भी चलाया गया. लेकिन अब मामला बदल गया है. ऐसी रिपोर्टें हैं कि पाकिस्तान सरकार और तहरीक ए तालिबान के बीच शांति वार्ता चल रही है. हालांकि मलिक पहले इससे इनकार कर चुके हैं.
मलिक के ताजा बयान को ऐसे देखा जा रहा है जैसे वह चरमपंथियों से यह कह रहे हों कि पाकिस्तान में कुछ न करो, बाहर जो मन करे वो करो.
रिपोर्ट: एएफपी/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल