पाकिस्तान ने समझा था भारत का घुसपैठ है
६ मई २०११अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक्कानी ने एक टीवी शो में कहा कि चूंकि पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में घुसने से पहले इस्लामाबाद को कोई इत्तिला नहीं दी गई थी, इसलिये सोचा गया कि यह भारत की ओर से घुसपैठ है. वे कहते हैं, "बेशक. ऐसा होना चाहिये था लेकिन उन्होंने खबर नहीं दी और कोई हादसा हो सकता था." वैसे उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अपनी हवाई प्रणाली की भी खबर लेनी चाहिये.
हक्कानी का कहना था कि पाकिस्तान को घुसपैठ का डर पूरब से ही रहता है. जब टीवी पत्रकार ने उनसे पूछा कि क्या वे अफगानिस्तान से घुसपैठ की बात कर रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, "नहीं, भारत से". वे पीबीएस टेलीविजन के लोकप्रिय चार्ली रोज शो में पत्रकार के सवाल का जवाब दे रहे थे.
एक कमांडो ऑपरेशन में हेलिकॉप्टर से एबटाबाद में घुसकर अमेरिकी विशेष दस्ते ने 2 मई को बिन लादेन को मार गिराया. उनका दस्ता जब पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से बाहर आ गया उसके बाद ही इस्लामाबाद को सूचना दी गई. हक्कानी ने कहा कि यह कतई प्रोत्साहनजनक बात नहीं है कि पाकिस्तान को पहले से कोई सूचना नहीं दी गई, जबकि अमेरिका और पाकिस्तान एक दूसरे को साथी और रणनीतिक साझीदार कहते हैं.
हक्कानी कहते हैं, "अमेरिका ने हमें पहले से सूचित नहीं किया, जबकि हम साथी और साझीदार हैं, विदेश मंत्री क्लिंटन जल्द ही फिर वहां जाने वाली हैं और हमारा स्ट्रैटेजिक डायलॉग जारी है, इन तथ्यों की रोशनी में हमें गंभीर रूप से विचार करना पड़ेगा."
पाकिस्तानी राजदूत का कहना था कि बिन लादेन की हिफाजत पाकिस्तान के हित में नहीं था. वह पाकिस्तान में आतंकी हमले के आदेश देता रहा, बेनजीर भुट्टो की हत्या भी इसमें शामिल है. हक्कानी ने कहा कि बिन लादेन के इशारे पर अनेक पाकिस्तानी सैन्य अफसरों की हत्या की गई है और कई शहरों में आईएसआई के दफ्तर उड़ा दिये गये हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: एन रंजन