पाकिस्तान में एक ही दिन में 84 की मौत
२६ दिसम्बर २०१०महिला आत्मघाती हमलावर ने ऐसी जगह खुद को उड़ा लिया जहां कई लोग संयुक्त राष्ट्र खाद्य कार्यक्रम के तहत रोजमर्रा का खाद्यान्न ले रहे थे. इसमें 44 लोग मारे गए.जबकि बाजौर में सेना के हमले 77 लोग घायल हुए. स्थानीय सरकारी अधिकारी इम्तियाज खान ने बताया कि खुदकुश हमले कि जगह पर कम से कम 300 लोग इकट्ठा हुए थे.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि एक महिला बुरका पहने हुए थी. पहले तो उसने ग्रैनेड फेंके और फिर सुरक्षागार्ड्स के पास रुकी और खुद को उड़ा लिया. पाकिस्तान में यह तीसरा हमला है जो महिला आत्मघाती हमलावर ने किया है.
शनिवार को दूसरा हमला सालारजई कबीले पर हुआ. इसमें भी कई लोग मारे गए हैं. सालारजई कबीले के लोगों ने सरकार के साथ मिलकर तालिबान के खिलाफ संघर्ष में भागीदारी शुरू की है. तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है और इस बारे में कई समाचार एजेंसियों को सूचना भी भेजी. तालिबान के प्रवक्ता आजम तारिक ने कहा कि कबायली लोग सरकार का साथ दे रहे हैं इसलिए हमने उन पर हमला किया है.
शुक्रवार को ही डेढ़ सौ तालिबानी लड़ाकों ने पाकिस्तान के मोहमंद में पांच सुरक्षा नाकों पर हमला किया जिसमें 11 सैनिक और 40 संदिग्ध चरमपंथी मारे गए. सेना ने दावा किया है कि दो दिन में उन्होंने 64 हमलावरों को मार गिराया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आत्मघाती हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. जबकि ब्रिटेन के उप विदेश मंत्री एलिस्टेर बर्ट ने हमले को भयावह बताते हुए कड़ी इसकी कड़ी भर्त्सना की.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एन रंजन