पीएम-जयललिता मुलाकात से पहले अटकलें तेज
१३ जून २०११डीएमके पार्टी को विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त देने और मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद एआईएडीएमके नेता जयललिता पहली बार दिल्ली आ रही हैं. वैसे तो मुख्यमंत्री जयललिता प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से श्रीलंका में तमिलों की स्थिति और राज्य में विकास कार्यों पर चर्चा के लिए आ रही हैं लेकिन इस दौरे को बदलती राजनीतिक परिस्थितियों के हिसाब से देखा जा रहा है.
2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में ए राजा और कनिमोड़ी की गिरफ्तारी के बाद से कांग्रेस और डीएमके के रिश्तों में ठंडक आई है. सात सालों से कांग्रेस के साथ गठबंधन में शामिल डीएमके तमिलनाडु और पॉन्डिचेरी विधानसभा चुनावों में हार के बाद मुश्किल में है. कांग्रेस ने भी विधानसभा चुनावों में हार के लिए सहयोगी दलों को जिम्मेदार ठहराया है.
जयललिता की जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें फोन पर बधाई दी जिससे अटकलें लगी कि दोनों पार्टियां एक बार फिर साथ आ सकती है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या जयललिता कांग्रेस अध्यक्ष से अपनी दौरे के दौरान बात करेंगी. मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद से ही जयललिता सोनिया गांधी के साथ अपनी संभावित बैठक पर पूछे गए सवालों का जवाब देने से बच रही हैं.
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले जब 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में कांग्रेस पर डीएमके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ रहा था तब एआईएडीएमके ने समर्थन की पेशकश की थी. पार्टी ने कहा था कि अगर डीएमके कांग्रेस का समर्थन छोड़ती है तो वह समर्थन के लिए आगे आएगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा