पूछताछ के दौरान हुस्नी मुबारक को दिल का दौरा पड़ा
१३ अप्रैल २०११हुस्नी मुबारक से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ की गई हिंसक कार्रवाइयों के बारे में पूछताछ की जा रही थी, इसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा. पूछताछ सैन्य परिषद के अधिकारी कर रहे थे. इन प्रदर्शनों के बाद ही 11 फरवरी को मुबारक को अपना पद छोड़ना पड़ा. उग्र सुधारवादी सैन्य परिषद पर मुबारक के साथ नरमी से पेश आने का आरोप लगा रहे हैं और उन्होंने विरोध जताने के लिए प्रदर्शन भी हो रहे हैं. इस विरोध प्रदर्शन के बाद ही मुबारक से पूछताछ शुरू की गई.
अलग अलग खबरें
मुबारक की तबियत के बारे में आ रहीं खबरों में एक में उन्हें दिल का दौरा पड़ने की बात कही गई है, जबकि एक दूसरी खबर में दावा किया गया है कि वो ठीक हैं और शर्म अल शेख के लाल सागर रिसॉर्ट के अस्पताल में उनसे पूछताछ की जा सकती है. सरकारी टेलिविजन ने कहा है कि मुबारक को दिल का दौरा पड़ा है और वो फिलहाल सघन चिकित्सा कक्ष में हैं. जबकि निजी टेलिविजन चैनल अल अरबिया का कहना है कि मुबारक ठीक हैं और उनसे पूछताछ की जा सकती है. सरकारी अखबार अल अहरम ने खबर दी है कि मुबारक को काहिरा की अदालत में पेश होने के लिए सम्मन भेजा गया है. बाद में इस अखबार की वेबसाइट पर ये खबर आई कि पूर्व राष्ट्रपति बीमारी के कारण यात्रा करने की स्थिति में नहीं हैं. न्याय विभाग से जुड़े एक सूत्र ने कहा है कि मुबारक के दो बेटों से पूछताछ की गई है.
मुबारक के बारे में अफवाहें
82 साल के मुबारक पिछले कुछ सालों से बीमार पड़ते रहे हैं. 2010 के मार्च में जर्मनी में उनके गॉल ब्लाडर की सर्जरी हुई. पिछले दिनों उनके स्वास्थ्य के बारे में कई अफवाहें भी उड़ीं. यहां तक कि पद छोड़ने के कुछ ही देर बार उनके मरने की अफवाह भी उड़ी.
मुबारक की बीमारी की खबर ऐसे समय में आई है जब उग्र सुधारवादी सैन्य परिषद पर पूर्व राष्ट्रपति के साथ नरमी दिखाने का आरोप लगा रहे हैं. लोगों का आरोप है कि सैन्य परिषद मुबारक और उनके सहयोगियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने में नाकाम रही है. मिस्र के प्रशासन में ऐसे बहुत से लोग हैं जो मानते हैं कि मुबारक ने लंबे समय तक देश में स्थिर सरकार का नेतृत्व किया है और इस उम्रदराज नेता को सम्मान सहित बाकी जीवन बिताने की छूट मिलनी चाहिए. लेकिन प्रदर्शनकारी मुबारक के शासन की आपातकाल के साथ ही गरीबों और अमीरों के बीच की खाई चौड़ी होने देने के लिए आलोचना करते हैं.
रविवार को लाल सागर रिसॉर्ट के बाहर भी पड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए और मुबारक के खिलाफ नारेबाजी की. पद छोड़ने के बाद मुबारक अपने परिवार के साथ यहीं रह रहे हैं. अभियोजन विभाग ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसक कार्रवाई और सरकारी पैसे के दुरुपयोग के आरोपों में पूछताछ के लिए मुबारक को रविवार को बुलाया. मुबारक के दो बेटे जमाल और अला के साथ ही कई पूर्व मंत्रियों और अधिकारियों के खिलाफ जांच की जा रही है. पद छोड़ने के बाद पहली बार जनता को संबोधित करते हुए रविवार को मुबारक ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने कुछ गलत किया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह