फिक्सिंग में एक और क्रिकेटर फंसा
१२ जनवरी २०१२नवम्बर में ब्रिटेन की एक अदालत ने पाकिस्तान के तीन टेस्ट क्रिकेटरों मोहम्मद आसिफ. मोहम्म्द आमिर और सलमान बट को 2010 में इंगलैंड के खिलाफ मैच के कुछ हिस्सों की फिक्सिकंग के लिए 6 महीने से ढाई साल जेल की सजा सुनाई थी. नया मामला एक बार फिर क्रिकेट और सट्टेबाजों के रिश्तों पर चिंता का मौका देता है.
एसेक्स की काउंटी टीम के लिए खेलने वाले मैर्विन वेस्टफील्ड ने स्वीकार किया है कि वह 6000 पाउंड के बदले डरहम के खिलाफ 40 ओवर के मैच में अपने पहले ओवर में 12 रन देने के लिए तैयार हो गया था. मैच में उसके ओवर में सिर्फ दस रन बने.
जज एंथोनी मॉरिस ने कहा है कि इस डील में शामिल दूसरी पार्टी का नाम क्रिकेट प्रेमियों को पता होगा, लेकिन उसका नाम कोर्ट में नहीं बताया गया. जज ने वेस्टफील्ड को चेतावनी दी है कि जब 10 फरवरी को वे सजा सुनाएंगे तो उसे जेल की सजा हो सकती है. लंदन के केंद्रीय क्रिमिनल कोर्ट ओल्ड बेली में एक सुनवाई के दौरान जज मॉरिस ने वेस्टफील्ड से कहा, "अदालत के लिए इसमामले में तुरंत हिरासत की सजा देना संभव है."
एसेक्स, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल, इंगलैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड तथा ब्रिटिश गैंबलिंग कमीशन ने इस मामले की जांच में पुलिस की मदद की. एसेक्स पुलिस के डिटेक्टिव सर्जेंट पॉल लोपेज ने कहा, "हमें उम्मीद है कि यह पेशवर खिलाड़ियों को कड़ा संदेश देता है कि यदि वे स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होते हैं या सोचते हैं कि मैच फिक्सिंग अपराध नहीं है तो उन्हें दोबारा सोचने की जरूरत है."
इंगलैंड के पूर्व कप्तान माइक ब्रेयर्ली का कहना है कि क्रिकेट से भ्रष्टाचार खत्म करना शायद असंभव है लेकिन यह इसके लिए प्रयास रोकने की वजह नहीं हो सकता.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/महेश झा
संपादन: ए जमाल