फुकुशिमा रिएक्टर में दरार से निकला रेडियोएक्टिव पानी
२ अप्रैल २०११दरार से रेडियोएक्टिव पानी निकलने की खबर आने से कुछ ही देर पहले प्रधानमंत्री नाओतो कान ने भूकंप और सूनामी पीड़ितों से मुलाकात की. वह फुकुशिमा रिएक्टर में काम कर रहे लोगों से भी मिले.
जापान की परमाणु और औद्योगिक सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक सरकार ने संयंत्र चलाने वाली कंपनी टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर (टेपको) से कहा है कि रिएक्टर नंबर दो में आई दरार को जल्द से जल्द कंक्रीट से भरा जाए. दरार से निकल रहे पानी में रेडिएशन की मात्रा प्रति घंटा एक हजार मिलीसिवेर्ट्स से ज्यादा है.
सुरक्षा एजेंसी के प्रवक्ता हिदेहिको निशीयामा ने बताया, "हम जल्द से जल्द इस बात की जांच करेंगे कि बाकी रिएक्टर्स में भी इसी तरह की दरार तो नहीं आ गई है."
रिएक्टर में काम कर रहे लोग बिजली संयंत्र की इमारत में से रेडियोएक्टिव पानी निकालने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वहां काम कर रहे लोगों के लिए विकिरण का खतरा कम हो जाए. इस पानी को जमा करने के लिए कंपनी एक बड़े तैरते द्वीप का इस्तेमाल करने की सोच रही है.
टेपको ने शनिवार से अमेरिकी नौसेना की मदद से संयंत्र तक पानी लाने का काम शुरू कर दिया है. इस पानी का इस्तेमाल परमाणु रिएक्टरों को ठंडा रखने के लिए किया जा रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन