फ्रेंच ओपन में भूपति सानिया की जोड़ी जीती
८ जून २०१२महेश भूपति के फैंस उन्हें हेश के नाम से जानते हैं. दुनिया के सबसे सफल डबल्स खिलाड़ी के रूप में जाने जाने वाले हेश ने अपने 38वें सालगिरह पर जीत हासिल की. सानिया मिर्जा के साथ मिलकर उन्होंने मेक्सिको के सांतियागो गोंसालेस और पोलैंड की क्लाउडिया यांस इग्नात्सिक को 7-6 6-1 से हरा दिया. शुरुआती सेट में हालांकि उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं था लेकिन यांस इग्नात्सिक की एक गलती ने उनकी किस्मत का ताला जैसे खोल दिया.
इससे पहले 2009 में दोनों ने ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता था. भूपति ने खुद अपनी चार महीने की बेटी सायरा के नाम अपना खिताब किया. उन्होंने कहा, "यह उसके लिए है और मैं बहुत खुश हूं." भूपति ने अब तक आठ ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं और हर मिक्स डबल्स खिताब दो-दो बार अपने नाम कर लिया है. सानिया की खुशी की भी कोई सीमा नहीं है. उनका कहना है कि अब उन्हें अपने पार्टनर भूपति के जन्मदिन के लिए तोहफे के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है. सानिया ने कहा, "मैं अपने पार्टनर की शुक्रगुजार हूं जो दुनिया के सबसे अच्छे डबल्स खिलाड़ियों में से हैं और मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे उनके साथ खेलने का मौका मिला." 2011 में सानिया महिला डबल्स के फाइनल तक पहुंच गई थीं लेकिन पहली बार एक खिताब की हकदार बनी हैं.
सानिया और भूपति तीसरी बार ग्रैंड स्लैम के फाइनल तक पहुंचे हैं. एक संवाददाता सम्मेलन में भूपति ने अपनी टीम पार्टनर के बारे में कहा कि जब वे दोनों मिल जाते हैं तो उन्हें हराना बहुत मुश्किल है. सानिया का कहना है कि दो हफ्ते लगातार अच्छा खेलना उनके लिए बहुत ही अच्छी बात है और खासकर टाईब्रेकर जैसी स्थितियों में.
सानिया कहती हैं कि खेल से पहले भूपति ने कहा कि पैरिस में अपने जन्मदिन पर उन्होंने अपना पहला ग्रैंडस्लैम जीता था. "उसने कहा, शायद किस्मत की बात है. हम पहले राउंड में ही थे. हम जीतते रहे लेकिन हम नहीं चाहते थे कि हमारे खेल को बुरी नजर लगे, तो हमने दोबारा इस बारे में बात नहीं की."
एमजी/ एम (रॉयटर्स, एपी)