फिर फंसे फेडरर और जोकोविच
६ जून २०१२रोलां गैरो के अलग अलग कोर्टों में मंगलवार को फेडरर और जोकोविच के मैच हुए. दोनों को जीत मिली लेकिन नंबर एक खिलाड़ी जोकोविच को तो इसके लिए फिर ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा. लगातार चौथा ग्रैंड स्लैम जीतकर इतिहास बनाने की कोशिश कर रहे सर्बियाई खिलाड़ी जोकोविच के लिए क्वार्टर फाइनल भी फाइनल जैसा रहा. फ्रांस के जो-विल्फ्रेड सोंगा के साथ उनकी भिड़ंत चार घंटे से ज्यादा देर तक चली.
पहला सेट आसानी से जीतने वाले जोकोविच अगले दो सेट बुरी तरह हारे. चौथा सेंट सोंगा ने अपनी गलतियों से गंवा दिया. अगर ऐसा न होता तो जोकोविच बाहर हो जाते. नंबर एक खिलाड़ी की तरह मजबूत मानसिक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए जोकोविच ने चौथा सेट जीत ही लिया. इसके बाद तो सोंगा ने जैसे हथियार डाल दिए. जोकोविच ने आसानी से पांचवां सेट जीता और सेमीफाइनल का टिकट बुक करा लिया. उन्होंने 6-1, 5-7, 5-7, 7-6 (8-6), 6-1 से मुकाबला अपने नाम किया.
नंबर तीन खिलाड़ी फेडरर ने अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोर्तो को हराया. फेडरर के लिए मैच मुश्किल भरा नहीं रहा. हालांकि उन्हें लय में आने में थोड़ा वक्त लगा. पहले दो सेट पोर्तो ने जीते. लेकिन इसके बाद फेडरर ने ऐसा खेल दिखाया कि पोर्तो टिक भी नहीं सके. रिकॉर्ड 16 ग्रैंड स्लैम जीत चुके स्विटजरलैंड के स्टार खिलाड़ी ने अगले तीनों सेट जीते. 3-6, 6-7 (4-7),6-2, 6-0, 6-3 से मिली इस जीत के बाद फेडरर सेमीफाइनल में दस्तक दी.
जीत के बाद स्विस खिलाड़ी ने कहा, "मैं आगे बढ़ने से खुश हूं. उन्होंने घुटने में दिक्कत के बावजूद अच्छा खेल दिखाया. शुरुआत में दो सेट पीछे रहने की वजह से मैं चिंतित जरूर हुआ लेकिन मेरे साथ मौका तो था. हालात कठिन थे, यह एक लंबा और कठिन मैच था. मुझे जीत पर खुशी है."
सेमीफाइनल में उनकी भेंट कट्टर प्रतिद्वंद्वी नोवाक जोकोविच से होगी. जोकोविच फ्रेंच ओपन में अब तक संघर्ष करते आ रहे हैं. ऐसे में फेडरर के पास हिसाब चुकता करने के बढ़िया मौका है. पिछले साल यूएस ओपन में भी दोनों टकराए थे. फेडरर तब दो सेट आगे थे लेकिन उसके बाद जोकोविच ने जोरदार वापसी की और मैच अपने नाम कर लिया.
जोकोविच भी मानते हैं कि बड़े मुकाबलों में टेनिस दिमाग का खेल बन जाता है. कहते हैं, "बड़े मैचों में विजेता का फैसला बहुत बारीक अंतर से होता है, कुछ ही अंकों से. मुझे लगता है कि विजेता वह होता है जिसे जीत का ज्यादा भरोसा होता है. यह मानसिक तौर पर मजबूत रहने और अपने शॉट्स पर भरोसा करने वाली बात है."
बीते अनुभव के आधार पर लग रहा है कि जोकोविच या फेडरर में से किसी एक की मुलाकात फाइनल में स्पेन के रफाएल नडाल से होगी. नडाल को फ्रेंच ओपन का बादशाह कहा जाता है. वह छह बार यह ग्रैंड स्लैम अपने नाम कर चुके हैं. राफा अब तक टूर्नामेंट में एक सेट भी नहीं हारे हैं.
महिलाओं में ऑस्ट्रेलिया की समांथा स्टोसर और इटली की सारा एरानी सेमीफाइनल में पहुंच गई है. एरानी पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची हैं. उन्होंने जर्मनी की अंजेलीक केरबर को हराया. एरानी ने अब तक हर मैच सिर्फ दो सेटों में जीता है. जर्मन खिलाड़ी को भी उन्होंने इसी अंदाज में हराया. अब एरानी को स्टोसर से भिड़ना है.
बुधवार को सेमीफाइनल की सीट बुक करने के कुछ और मुकाबले भी हैं. पुरुषों में रफाएल नडाल को निकोलस अल्माग्रो से भिड़ना है. वहीं ब्रिटेन के एंडी मरे को स्पेन के डेविड फेरर के सामने उतरना है. महिलाओं में रुस की मारिया शारापोवा और चेक गणराज्य के पेत्रा क्वितोवा सेमीफाइनल में पहुंचना चाहेंगी. इन दोनों का मुकाबला अपने से कम वरियता प्राप्त खिलाड़ियों से है.
रिपोर्ट: ओंकार सिंह जनौटी (एएफपी, रॉयटर्स)
संपादन: आभा मोंढे