बायर्न के फुटबॉलर पर अपना घर जलाने के आरोप
२४ सितम्बर २०११समाचार एजेंसी एसआईडी ने यह खबर दी है. एसआईडी से बातचीत में डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी थोमास स्टाइनक्राउस कॉख ने बताया कि अभियोजकों ने उनकी गिरफ्तारी इसलिए कराई है क्योंकि उन्हें डर है वह भाग सकते हैं या फिर सबूतों को मिटाने की कोशिश कर सकते हैं. स्टाइनक्राउस ने कहा कि 21 साल के ब्रेनो के खिलाफ इस बात के पक्के सबूत हैं कि उन्होंने आग लगाने की कोशिश की. इसी हफ्ते सोमवार की शाम म्यूनिख में ब्रेनो का शानदार विला आग में धू धू कर जल उठा.
साओ पोलो से ब्रेनो ने 2008 में बायर्न म्यूनिख टीम में शामिल हुए. घटना वाले दिन धुएं की चपेट में आए ब्रेनो को थोड़ी देर के लिए अस्पताल में भी भर्ती करना पड़ा. जांच में पता चला कि घर में लगी आग बेसमेंट के गेस्ट रूम से शुरू हुई थी. म्यूनिख के उपनगर ग्रुएनवाल्ड में बनी यह इमारत आग में पूरी तरह से जल गई लेकिन ब्रेनो की पत्नी रेनाटा और उनका बेटा और रेनाटा के पहले पति से होने वाले दो बच्चे हादसे के वक्त घर में नहीं थे. आग से आस पास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचने का खतरा पैदा हो गया था. दमकल की दर्जनों गाड़ियों ने घंटों की मेहनत के बाद इस आग पर काबू पाया. इस नुकसान की कीमत लाखों यूरो लगाई जा रही है.
जर्मन मीडिया में शुक्रवार को ऐसी भी खबरें आईं कि ब्रेनो ने माक्स प्लांक साइकेट्री संस्थान के एक डॉक्टर से अपने फुटबॉल क्लब के कहने पर सलाह ली थी. बाद में बायर्न म्यूनिख ने एक स्थानीय अखबार के जरिये इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने ब्रेनो को मनोवैज्ञानिक से सलाह लेने का मशविरा दिया था.
अखबार में छपी खबरों के मुताबिक सेंटर बैक के रूप में खेलने वाले ब्रेनो लंबे समय से चले आ रहे घुटने के दर्द से परेशान हैं. उनके करियर पर इस दर्द की वजह से खतरा मंडरा रहा है. क्लब ने बताया है कि ब्रेनो की जांच की जा रही है. लेकिन उनकी गिरफ्तारी के बारे में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं जताई गई है. टीम फिलहाल लेवरकूजेन से होने वाली भिड़ंत पर अपना ध्यान लगाए हुए है.
बायर्न म्यूनिख जर्मन लीग में छह मैच होने के बाद फिलहाल शीर्ष पर बना हुआ है. मंगलवार को चैम्पियंस लीग में उसकी भिड़ंत मैनचेस्टर सिटी से होने जा रही है. हालांकि ब्रेनो अभी तक इस सीजन में एक बार भी मैदान में नहीं उतरे हैं. पिछले तीन सत्र में बायर्न म्यूनिख की टीम की तरफ से उन्हें सिर्फ 21 बार मैदान में देखा गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार