बिन लादेन के लिए चंडीगढ़ बना लाहौर
१ मार्च २०१२सिर्फ इतना ही नहीं खूब सारे रंग, झूमर और लाइटों से पाकिस्तानी अंदाज में सजे बस भी चक्कर लगा रहे हैं. दुकानों के बाहर रेहड़ी और फेरीवालों की आवाजें गूंज रही हैं, यह सब किया गया है ओसामा बिन लादेन पर बनी फिल्म की शूटिंग के लिए जिसे ऑस्कर विजेता निर्देशक कैथरीन बिगलो बना रही हैं.
एक दूसरे से 600 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के लाहौर और चंडीगढ़ के बीच बहुत ज्यादा समानता तो नहीं लेकिन कैथरीन ने अपनी फिल्म के लिए इसी शहर को चुना. 60 साल की बिगलो को पिछले साल इराक जंग पर बनी फिल्म द हर्ट लॉकर के लिए ऑस्कर मिला और वो इसे पाने वाली पहली महिला निर्देशक हैं.
छावनी शहर एबटाबाद की उस रहस्यमय इमारत में मारे जाने से ठीक पहले के कुछ दिन ओसामा बिन लादेन के दिन कैसे बीते होंगे. फिल्म के प्लॉट के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया जा रहा लेकिन अल कायदा सरगना को मारने के ऑपरेशन की शूटिंग हो रही है. ओसामा बिन लादेन को मारने के बाद अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव आने से बिगलो के लिए यह मुमकिन नहीं था कि वो पाकिस्तान में इस फिल्म की शूटिंग करतीं.
चंडीगढ़ का इंटरनेट कैफे अब कोटली कॉल सेंटर बन गया है. इस पर लिखा है आईसडी और पीसीओ बूथ. रीगल सेंटर शाही यूनानी दवाखाने में बदल गया है और रामगढ़िया हार्डवेयर स्टोर शहजाद हार्डवेयर एंड पेंट स्टोर बन गया है. शूटिंग के लिए किराए पर ली गई दुकानों को पूरी तरह से बदल दिया गया है.
सूत्रों ने बताया कि फिल्म की प्रोडक्शन टीम पाकिस्तानी शहर एबटाबाद को राजस्थान में खड़ा करेगी. फिल्म के नाम के बारे में भी जानकारी नहीं दी जा रही है लेकिन छन छन कर आई खबरों से पता चला है कि इसका नाम जीरो डार्क 30 (जेडडी 30) रखा गया है.
चंडीगढ़ के अलग अलग हिस्सों में महीने भर तक शूटिंग चलेगी. ओसामा ने सऊदी अरब में किंग अब्दुल अजीज यूनिर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी इसलिए एक स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज को उसकी जवानी के दिनों की शूटिंग के लिए चुना गया है. पंजाब के कुछ दूसरे शहरों में भी शूटिंग होगी. फिल्म के लिए हॉलीवुड कलाकार भी यहां आ रहे हैं. इनमें जेसीका चास्टेन का नाम लिया गया है. फिल्म का क्रू तो कुछ नहीं बता रहा लेकिन खबर मिली है कि मुंबई और दिल्ली की प्रोडक्शन कंपनियां भी इसमें मदद कर रही हैं. एक स्थानीय प्रोडक्शन कंपनी ने भीड़ के दृश्य की शूटिंग के लिए 100 से ज्यादा लोग जमा किए.
फिल्म इस साल के अंत में रिलीज किए जाने की संभावना है.
रिपोर्टः पीटीआई/एन रंजन
संपादनः ए जमाल