बीपी के सीईओ को भेजा जाएगा रूस!
२७ जुलाई २०१०हालांकि खबरें इस तरह की भी हैं कि अक्तूबर में हटने के बाद हेवर्ड को 9 लाख 30 हजार डॉलर की सालाना पेंशन का प्रस्ताव भी दिया जा सकता है. लेकिन जानकारों का कहना है कि इतनी बड़ी पेंशन अगर उन्हें दी जाती है तो इससे बड़ा विवाद होगा और कंपनी फिलहाल किसी भी तरह के विवाद से बचना चाहेगी. समाचार एजेंसी एपी ने खबर दी है कि अभी यह तय नहीं है कि रूस में टीएनके-बीपी के संयुक्त उपक्रम में हेवर्ड की भूमिका क्या रहेगी. इस उपक्रम में ब्रिटिश पेट्रोलियम आधे हिस्से की मालिक है और यह रूस की तीसरी बड़ी तेल कंपनी है.
सोमवार शाम कंपनी के बोर्ड की मीटिंग हुई. इसमें हेवर्ड के भविष्य पर चर्चा की गई. इस मीटिंग में हेवर्ड भी शामिल थे. मीटिंग के बाद हेवर्ड बाहर निकले और बिना पत्रकारों से बात किए जल्दी से अपनी कार में सवार होकर चले गए.
मंगलवार को ब्रिटिश पेट्रोलियम के तिमाही नतीजों की घोषणा होनी है और आशंका जताई जा रही है कि कंपनी का खासा बड़ा घाटा हुआ है. टोनी हेवर्ड मेक्सिको खाड़ी में हुए तेल रिसाव को न संभाल पाने के आरोपों से घिरे हुए हैं. कंपनी के सूत्र मानते हैं कि उनकी नाकामी की वजह से ही बड़ा घाटा उठाना पडा है और इससे कंपनी की छवि को भी खासा नुकसान हुआ है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ओ सिंह