बीवी ने छोड़ा तो पैसे देकर हत्या करा दी
२० अक्टूबर २०१०पिछले साल 28 साल की गीता औलख उत्तर पश्चिमी लंदन के ग्रीनफोर्ड की सड़कों पर मरी हुई मिली. गीता ने अपने पति को छोड़ दिया था और तलाक के कागज पर दस्तखत कर दिए थे. पति से दूर जाने की यही कोशिश उसे जिंदगी से दूर कर गई. गीता के पति हरप्रीत ने एक पंजाबी युवक को 5000 पाउंड देकर अपनी पत्नी की हत्या करने का सौदा किया.
रिश्ते में बढ़ीं दरारें
गीता पिछले साल जनवरी में ग्रीनफोर्ड आई. जनवरी से सितंबर तक वो अकेली ही यहां रही उसका पति उस दौरान भारत में था. दोनों के बीत रिश्ते की बुनियाद तब पड़ी हरप्रीत और गीता कॉलेज में पढ़ते थे. हालांकि बाद में उनके बीच दरार बढ़ने लगी और दो बार उन्होंने अपने रिश्ते खत्म करने की कोशिश भी की. 2000 में हरप्रीत के घरवालों के समझाने पर दोनों साथ रहने लगे.
सरकारी वकील आफताब जाफरजी ने बताया," गीता हरप्रीत को तलाक देने की कार्रवाई पूरी करने में जुटी थी और ये बात हरप्रीत से सहन नहीं हुई." तीन लोगों ने मिल कर गीता की हत्या की.
बेदर्दी से की हत्या
16 नवंबर को ये लोग ग्रीनफोर्ड में गीता के आने का इंतजार कर रहे थे. गीता पश्चिमी लंदन के साउथहॉल में सनराइज रेडियो के दफ्तर से दिन भर का काम खत्म करने के बाद ग्रीनफोर्ड में इंतजार कर रहे अपने बच्चों के पास जा रही थी. तब उसे नहीं पता था कि वो उन तक कभी नहीं पहुंचेगी.
इन तीनों ने मिलकर गीता को पकड़ लिया और फिर गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. गीता ने इस दौरान खुद को छुड़ाने की भी बहुत कोशिश की लेकिन तीनों ने मिलकर उसको काबू में कर लिया. गीता ने खुद को छुड़ाने की कितनी कोशिश की इसे इस बात से समझा जा सकता है कि उसके दाहिने हाथ को तीनों हत्यारों ने करीब करीब कंधे से अलग कर दिया था.
पति ने रची साजिश
गीता की इस दर्दनाक मौत की साजिश उसके पति ने रची. सरकारी वकील ने कहा "कोई और कभी भी इतनी मेहनती महिला और मां को नुकसान नहीं पहुंचा सकता."
जाफरजी के मुताबिक दोनों के बीच रिश्ता बहुत पहले ही टूट चुका था. अपनी मौत से एक महीने पहले 29 सितंबर को गीता ने फेसबुक के जरिए अपने पति को संदेश भेजा," मैंने पूरी जिंदगी में तुम्हारे सिवा किसी से नफरत नहीं की."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी