बैंगलोर ने कोच्चि को हराया
१० अप्रैल २०११162 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर 10 ओवर तक शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाज खो बैठी. आधी पारी खत्म होने तक टीम का स्कोर सिर्फ 85 रन था. कोच्चि के गेंदबाजों ने बैंगलोर को अच्छे खासे झटके दिए. श्रीसंत तिलकरत्ने दिलशान का विकेट ले उड़े. दिलशान सिर्फ एक ही रन बना सके. मंयक अग्रवाल की छुट्टी रवींद्र जडेजा ने की.
टीम इंडिया में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने वाले विराट कोहली बैंगलोर को भी तीसरे नंबर पर संभालने आए. 23 रन बनाते ही विनय कुमार ने उन्हें अपना शिकार बनाया. लेकिन क्रीज पर एक छोर पर टिके एबी डिवीलियर्स ने कोई गलती नहीं की. दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने संभलकर शुरुआत की और बाद में बेरहमी से धुनाई की.
डिवीलियर्स और सौरभ तिवारी की महनत
डिवीलियर्स और सौरभ तिवारी ने टीम को झटकों से उबारा. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 52 जोड़े. तिवारी 26 रन बनाकर आउट हुए. तब तक स्कोर बोर्ड में 135 रन जुड़ चुके थे. आखिरी 14 गेंदों पर बैंगलोर को जीतने के लिए 27 रन बनाने थे. मैच बराबरी पर था. तिवारी का विकेट लेने वाले गोमेज को आखरी दो गेंदें फेंकनी थीं, सामने डिवीलियर्स थे. ये दो गेंदें मैच पलटने वाली साबित हुई. डिवी ने दो गगनचुंबी छक्के जड़े और दबाव की गठरी कोच्चि के सिर पर पटख दी.
इसके बाद कोच्चि के कप्तान महेला जयवर्धने ने गेंद विनय कुमार के हाथ में थमाई. विनय के सामने अंतरराष्ट्रीय मैचों में न चलने वाले आईपीएल स्टार यूसुफ पठान थे. पठान ने आईपीएल में अपने नाम के मुताबिक प्रदर्शन किया. 19वें ओवर में तीन चौके जड़कर उन्होंने मैच खत्म कर दिया.
हार में बदली जीत
इस तरह कोच्चि की तय लग रही जीत हार में बदल गई. पांच छक्कों और एक चौके की मदद से 54 रन बनाने वाले डिवीलियर्स को मैन ऑफ द मैच चुना गया. कोच्चि के आरपी सिंह ने तीन ओवर में 29 रन खाए. वहीं गोमेज एक ओवर में 20 रन दे बैठे.
अपना पहला आईपीएल खेल रही कोच्चि की टीम का खाता हार के साथ खुला. टॉस जीतकर बढ़िया बल्लेबाजी करने के बावजूद टीम हार गई. सलामी बल्लेबाज ब्रैंडम मैक्कुलम की 45 और वीवीएस लक्ष्मण की 36 रन की पारी बेकार साबित हुई. कोच्चि का पहला विकेट नौवें ओवर में 80 रन पर गिरा था. टीम से कम से कम 180 रन के स्कोर की उम्मीद की जा रही थी. लेकिन बैंगलोर के कप्तान डेनियल विटोरी की चतुराई ने पहले ये उम्मीद तोड़ी और फिर कोच्चि की जीत की ख्वाहिश चकनाचूर कर दी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ईशा भाटिया