बोल्ट, ब्लेक के साथ जश्न मनाता जमैका
६ अगस्त २०१२जब यूसेन बोल्ट 100 मीटर रेस की फिनिश लाइन पर पहुंचें, तो शेरवुड कंटेट में उनकी मौसी ने कहा, "मैं तो आसमान पर हूं." उनके साथ मोहल्ले के सारे लोग चीखने चिल्लाने और खुशी मनाने लगे. उनके आसपास रिश्तेदारों और दोस्तों ने जमैका के झंडे फहराए. शेरवुड कंटेट को अपने सबसे होनहार बेटे पर गर्व है और आसपास के गांव भी इस खुशी में शामिल हो रहे हैं हैं.
शेरवुड में ही बोल्ट के एक फैन ने कहा कि वह खुशी से पागल थे, लेकिन बोल्ट का जीतना कोई आश्चर्य वाली बात नहीं है. रविवार की रेस में बोल्ट की शुरुआत कुछ सही नहीं थी लेकिन 60 मीटर के बाद वे ऐसा तेज दौड़े कि दो मीटर से आगे निकल गए और 9.63 सैकेंड में रेस पूरा किया. 2009 में उन्होंने 9.58 सैकेंड का रिकॉर्ड बनाया था. दूसरे स्थान पर उन्हीं के देश के योहान ब्लेक आए.
ब्लेक का प्रदर्शन भी शानदार रहा लेकिन रेस वे 9.75 सैकेंड में ही पूरा कर सके. इसके बावजूद ज्यादातर लोग बोल्ट से ही जीत की उम्मीद कर रहे थे. ब्लेक को रजत से संतोष करना पड़ा लेकिन सेंट जेम्स मोहल्ले में रह रहा ब्लेक का परिवार अपने बेटे से बहुत खुश था. ब्लेक के समर्थकों का मानना है कि उनका खिलाड़ी लंदन से सोना लेकर आएगा, और 200 मीटर की रेस योहान ब्लेक की रेस होगी.
जमैका भर में रविवार को खुशी का माहौल छाया रहा. शेरवुड और सेंट जेम्स के उनके दो विजेताओं की खुशी मनाने लोग जमैका की सड़कों पर उतर आए और उत्तरी तट पर सागर किनारे जश्न मनाए. 100 मीटर पुरुषों की रेस में सोना और रजत के साथ साथ 100 मीटर विमेन्स में उन्हीं के देश की शेली ऐन फ्रेसर प्राइस जीती हैं.
50 साल पहले जमैका ने 6 अगस्त को ब्रिटेन से आजादी हासिल की. ऐसे में लंदन ओलंपिक में इतने पदक जीतना उनके लिए बहुत मायने रखता है.
एमजी/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)