भारत में कड़ाके की सर्दी का कहर
८ जनवरी २०११उत्तर प्रदेश में सर्दी की सबसे ज्यादा मार गरीबों पर पड़ी है और घर से बाहर रात गुजारने वालों का बुरा हाल हो है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सर्दी की वजह से सिर्फ उत्तर प्रदेश में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. समझा जाता है कि राज्य में 18 करोड़ बेघर लोग रहते हैं. कानपुर में पारा 5 डिग्री के पास पहुंच गया है.
पूरे उत्तर भारत में सर्दी के साथ साथ ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिससे लोगों की परेशानी दोगुनी हो गई है. ज्यादातर जगहों पर तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री नीचे है. जम्मू कश्मीर में पारा कई जगहों पर शून्य से नीचे चला गया है और राजधानी श्रीनगर भी बेहद सर्द बना हुआ है. राज्य में फिर से बर्फ गिरने के आसार हैं. राजधानी श्रीनगर में भी रात के वक्त पारा -4 डिग्री तक पहुंच गया.
जबरदस्त सर्दी की वजह से शहर का मशहूर डल झील जम गई है और इससे वहां आने वाले सैलानियों को निराशा हो रही है. डल झील में कई हाउसबोट हुआ करते हैं, जो पर्यटकों की पहली पसंद माने जाते हैं.
भारत की राजधानी दिल्ली में भी बुरा हाल है. पारा 6 डिग्री के आस पास है और शहर के स्कूलों को पहले ही हफ्ते भर के लिए बंद कर दिया गया है. ऊपर से सूर्य देवता के भी दर्शन नहीं हो रहे हैं, जिससे दिल्लीवासियों की मुश्किल और बढ़ गई है.
हरियाणा, पंजाब में भी ठंड के साथ साथ कोहरे ने कोहराम मचा रखा है. सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. चंडीगढ़ का तापमान 4 डिग्री, अमृतसर का 5 डिग्री और हिसार का 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. शिमला में भी जबरदस्त सर्दी पड़ रही है और पारा 4 डिग्री के पास है.
बिहार की राजधानी पटना में सर्दी के साथ साथ ठंडी हवाओं ने लोगों की जिंदगी मुहाल कर रखी है. यहां तापमान 6 डिग्री तक गिर गया है. पटना में रहने वाली एक महिला का कहना है, "पिछले कई सालों में ऐसी सर्दी नहीं देखी. हमारे पास सर्दी से निपटने के पूरे इंतजाम भी नहीं हैं और खिड़की दरवाजों से आ रही सर्द हवाएं हड्डियों तक को सिहरा दे रही हैं."
मौसम विभाग की भविष्यवाणी है कि आने वाले कुछ दिनों में सर्दी का यही हाल बना रहेगा. अगले सप्ताह स्थिति कुछ बेहतर हो सकती है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः वी कुमार