मंत्री के एलान पर पाकिस्तान सरकार फंसी
२३ सितम्बर २०१२रेल मंत्री गुलाम अहमद बिलौर ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में यह एलान किया. पाकिस्तान में फिल्म के विरोध में पहले से ही प्रदर्शन हिंसक हो चुका है. अब तक कम से कम 23 लोग मारे गए हैं और 200 से ज्यादा दूसरे लोग घायल हुए हैं. रेल मंत्री गुलाम अहमद बिलौर ने कहा, "मैं आज यह एलान करता हूं कि जो कोई भी इस ईशनिंदक की हत्या करेगा जिसने पैगंबर के खिलाफ बकवास की है, उस शख्स को मैं एक लाख डॉलर का इनाम दूंगा."
अहमद बिलौर धर्मनिरपेक्ष अवामी नेशनल पार्टी से जुड़े हुए हैं. यह पार्टी पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तून्ख्वाह में सत्ता पर काबिज है और देश की सत्ताधारी पार्टी के प्रमुख सहयोगियों में शामिल है. पार्टी ने रविवार को बिलौर के उस बयान से खुद को अलग कर लिया और कहा कि उनके बयान से पार्टी का कोई लेना देना नहीं है. एएनपी के प्रमुख नेताओँ में से एक जाहिद खान ने समाचार एजेंसी डीपीए से कहा, "यह एक निजी बयान है जो पार्टी की नीतियों का प्रतिनिधित्व नहीं करता. हम चाहते हैं कि कानून चरमपंथियों पर मुकदमा चलाए चाहे वो किसी भी धर्म के हों, जिससे कि किसी भी धर्म को मानने वाले की आस्था सुरक्षित रह सके."
प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने भी रेल मंत्री के बयान पर चिंता जताई है. अशरफ ने यह भी कहा कि सरकार का बिलौर के बयान से कोई लेना देना नहीं है. हालांकि राजा परवेज अशरफ ने गठबंधन सरकार की मजबूरी बताते हुए फिलहाल बिलौर के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से इनकार कर दिया है. बिलौर का कहना है कि वह अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ नहीं हैं लेकिन दूसरों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने में इसका दुरुपयोग बिल्कुल गलत और असहनीय है.
सरकार ने उन 185 लोगों पर मुकदमे की कार्रवाई शुरू कर दी है जिन लोगों पर शुक्रवार की नमाज के बाद देश भर में दंगा फैलाने का आरोप है. एक अमेरिकी की बनाई इनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स फिल्म पर दुनिया भर में हंगामा मचा है. हर रोज अलग अलग हिस्सों में फिल्म से नाराज लोग प्रदर्शन करने सड़कों पर उतर रहे हैं. गुरुवार और शुक्रवार को पाकिस्तान में भी इस फिल्म पर जम कर बवाल मचा. रविवार को बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. पुलिस ने यहां राजधानी ढाका में कम से कम 42 लोगों को हिरासत में लिया है. 12 मुस्लिम पार्टियों के गठबंधन ने पूरे देश में रविवार को बंद का एलान किया है. सुबह छह बजे से शुरु हुआ बंद आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा है हालांकि कुछ एक जगहों पर तोड़फोड़ और हिंसा की गतिविधियां हुई हैं.
एनआर/एमजे (डीपीए)