माफी मांगें सोनिया और प्रधानमंत्री: आडवाणी
५ जून २०११बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बाबा रामदेव के अभियान के खिलाफ हुई कार्रवाई को 'नग्न फांसीवाद' करार दिया. आडवाणी ने सरकार की कार्रवाई की तुलना 1975 के आपातकाल से की और राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मामले में दखल देने की अपील की. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति को 'निष्क्रिय पर्यवेक्षक' की भांति नहीं रहना चाहिए.
आडवाणी ने कहा, "बाबा रामदेव को न सिर्फ गिरफ्तार किया गया बल्कि महिलाओं और बच्चों को पीटा गया. यह मुझे जलियावाला बाग कांड की याद दिलाता है. प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष को रामदेव और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए." वरिष्ठ बीजेपी नेता के मुताबिक सरकार लोगों की सही मांगें और सुझावों को मानने के बजाए आपातकाल लागू करना चाह रही है.
सरकार की आलोचना सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज और भारत के पूर्व सॉलीसिटर जनरल जस्टिस संतोष हेगड़े ने भी की है. कर्नाटक के लोकायुक्त हेगड़े ने कहा, "हर कोई जो वहां शांति से सोया था उसे पीटकर बाहर निकाला गया. वहां बर्बरता देखी जा सकती थी. मैं बहुत ज्यादा दुखी हूं, इससे मुझे 25-26 जून 1975 का दिन याद आता है. ऐसी हिंसा वहां मौजूद लोगों के मौलिक अधिकारों और मानवाधिकारों के खिलाफ है. नागरिकों का यह अधिकार है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से जमा होकर प्रदर्शन कर सकें. शनिवार तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ने का संदेह पैदा होता."
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ईशा भाटिया