मारा गया कुख्यात आतंकवादी इलियास कश्मीरी
४ जून २०११अमेरिका ने शुक्रवार रात दक्षिणी वजीरिस्तान के कबाइली इलाकों में ड्रोन हमले किए. वाना कस्बे से 20 किलोमीटर दूर हुए इन हमलों में अल कायदा से जुड़े नौ आतंकवादी मारे गए. इनमें मोस्ट वांटेड आतंकवादी इलियास कश्मीरी भी शामिल है. 47 साल के कश्मीरी की अमेरिका को काफी लंबे समय से तलाश थी. भारत पर भी कई हमले करने वाले कश्मीरी पर अमेरिका ने 50 लाख डॉलर का इनाम रखा था.
स्थानीय लोगों के मुताबिक बीती रात अमेरिकी ड्रोन ने पहले दो मिसाइलें दागीं. इसके बाद लगातार समय समय एक खास इलाके में ड्रोन हमले होते रहे. स्थानीय लोगों ने ही हमलों में कश्मीरी के मारे जाने की सूचना दी. कुल नौ आतंकवादी मारे गए, तीन घायल हैं.
पेशावर में एक सरकारी अधिकारी ने ड्रोन हमलों की पुष्टि की लेकिन यह नहीं बताया कि मारे गए आतंकवादियों में कश्मीरी है या नहीं. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मारे गए सभी आतंकवादी पंजाबी तालिबान के हैं. हालांकि बाद में हरकत उल जिहाद (हूजी) ने कश्मीरी की मौत की पुष्टि कर दी.
कौन था इलियास कश्मीरी
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 दिन पहले इलियास कश्मीरी खैबर से वाना आया था. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और पाकिस्तान के बीच खुफिया सूचनाओं के आदान प्रदान से इन आतंकवादी का पता चला.
कश्मीरी को दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में गिना जाता था. वह प्रतिबंधित हरकत उल जिहाद का प्रमुख था. कश्मीरी ने 2008 में मुंबई पर हुए आतंकी हमलों में बड़ी भूमिका निभाई. पिछले महीने कराची में पाकिस्तानी नौसेना के बेस पर हुए हमले के लिए भी कश्मीरी को ही जिम्मेदार माना जाता है.
यह पहला मामला नहीं है कि जब ड्रोन हमले में कश्मीरी के मारे जाने की रिपोर्ट आई है. 2009 में भी उसके मारे जाने की खबर आई थी. लेकिन बाद में उसने पाकिस्तान के पत्रकार सैयद सलीम शहजाद को इंटरव्यू दिया. सैयद सलीम शहजाद की कुछ ही दिनों पहले अपहरण कर हत्या कर दी गई. हत्या से पहले शहजाद की एक किताब आई. 'Inside al-Qaeda and the Taliban: beyond bin Laden and 9/11' में कहा गया है कि मुंबई हमलों की योजना पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने बनाई थी जिसे बाद में इलियास कश्मीरी ने अपने ढंग से अंजाम दिया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ईशा भाटिया