मिशन इंटरकॉन्टिनेंटल खत्म, आतंकवादी ढेर
२९ जून २०११आत्मघाती हमलावर रात 10 बजे काबुल के इंटरकॉन्टिनेंटल होटल में घुसे. हमलावरों ने होटल के भीतर कुछ धमाके किए, इसके बाद रात भर फायरिंग जारी रही. चश्मदीदों के मुताबिक देर रात होटल से सात बड़े धमाके सुने गए. मुठभेड़ के दौरान अफगान सुरक्षा बलों ने दो हमलावरों को मार गिराया, जबकि तीन होटल के ऊपरी हिस्से से लगातार फायरिंग करते रहे. आतंकवादियों से निपटने के लिए आधी रात के बाद नाटो सेना आई.
नाटो के कुछ हेलिकॉप्टर होटल परिसर में बमबारी करते हुए आए. नाटो की हवाई कार्रवाई में तीन आतंकवादी मारे गए. नाटो की अगुवाई में हमला करने वाले अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायक सेना ने प्रवक्ता टिम जेम्स ने कहा, "दो आईसैफ हेलिकॉप्टर छत पर मौजूद तीन आतंकवादियों से निपटे. ऐसे संकेत मिले हैं कि छत पर मौजूद तीनों व्यक्ति मारे गए हैं."
रात भर चली कार्रवाई के बाद सुबह सूरज उगने के साथ इंटरकॉन्टिनेंटल होटल की छत से धुंआ उठता दिखा. फायरिंग बंद हुई और होटल के सभी 200 कमरों की तलाशी लेने के बाद मुठभेड़ खत्म होने का एलान किया गया. हमले में घायल काबुल पुलिस की क्राइम यूनिट के प्रमुख महोम्मद जहीर हताहतों की जानकारी देते हुए कहा, "इंटरकॉन्टिनेंटल पर छह आत्मघाती हमलावरों के हमले में कम से कम 10 आम नागरिक मारे गए हैं, जिनमें होटल कर्मचारी भी शामिल हैं."
मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दिकी के मुताबिक मृतकों में कम से कम छह लोग अफगान नागरिक हैं. इसी होटल में बुधवार को एक अहम बैठक होनी थी जिसमें विदेशी सेनाओं से चरणबद्ध तरीके से नागरिक और सैन्य जिम्मेदारियां लेने पर चर्चा होनी थी. हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है. तालिबान यह दावा गलत निकला है कि हमले में करीब 50 लोग मारे गए हैं.
अमेरिका समेत पश्चिमी देश 2014 तक अफगानिस्तान से अपनी सेनाएं वापस बुलाने का एलान कर चुके हैं. सैनिकों की वापसी इसी साल अगस्त से शुरू हो जाएगी. इस एलान के बाद अफगानिस्तान में हाल के दिनों में हिंसा में भारी तेजी आई है. देश के अलग अलग शहरों में आए दिन आतंकवादी हमले हो रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़