मिस्र में 1000 सरकार विरोधी गिरफ्तार
२७ जनवरी २०११एक सुरक्षा अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "प्रदर्शनों के आरंभ होने के बाद से देश भर में कम से कम 1000 लोगों को हिरासत में लिया गया है." ट्यूनीशिया की यासमीन क्रांति से प्रभावित होकर मिस्र में शुरू हुए प्रदर्शनों में 6 लोग मारे गए हैं. देश में सुरक्षा बंदोबस्त बढ़ा दिए गए हैं. गुरुवार को और प्रदर्शन हो सकते हैं.
लोकतंत्र समर्थक युवा ग्रुप अप्रैल 6 आंदोलन ने कहा है कि वे प्रदर्शन पर प्रतिबंध को नहीं मानेंगे और गुरुवार को भी रैली निकालेंगे. उन्होंने शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद बड़ी रैली का आह्वान किया है.
उधर मिस्र के प्रमुख सुधार समर्थक और नोबेल विजेता मोहम्मद अल बारादेई के एक प्रवक्ता ने कहा है कि अल बारादेई सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भाग लेने देश वापस लौटेंगे. प्रवक्ता अब्दुल-रहमान समीर ने कहा है कि वे गुरुवार को काहिरा पहुंचेंगे और शुक्रवार को रैली में भाग लेंगे.
राष्ट्रपति होस्नी मुबारक के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों से सारे इलाके को झटका लगा है और अमेरिकी प्रशासन ने भी अपना रुख बदलते हुए लंबे समय के अपने साथी को लोकतांत्रिक सुधार करने को कहा है.
ब्रिटेन ने भी मिस्र से लोगों की सुधारों की मांग पर कदम उठाने को कहा है. विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा, "हर देश अलग है और उन्हें क्या करना चाहिए, यह हमें नहीं बताना चाहिए. आम तौर पर मैं सोचता हूं कि इस स्थिति में सुधारों की वैध मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है."
चीन ने उम्मीद जताई है कि मिस्र में प्रदर्शनों के बाद स्थिरता जल्द बहाल हो जाएगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लाई ने कहा, "मिस्र चीन का दोस्त है. चीन की मिस्र के विकास पर नजर है और उसे उम्मीद है कि वह सामाजिक स्थिरता और व्यवस्था बहाल कर सकेगा."
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए कुमार