मुंबई इंडियंस की नजर फाइनल पर
२६ मई २०११कोलकाता नाइट राइडर्स पर लगातार दो जीत से मुंबई इंडियंस के हौसले बुलंद हैं. शुक्रवार को मुंबई इंडियंस इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे क्वॉलिफायर में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ जीत दर्ज कर फाइनल में पहुंचने के इरादे से मैदान पर उतरेगी.
2010 का बदला लेना है
यह मुकाबला चेन्नई में खेला जाएगा. मुंबई की जीत होती है तो आईपीएल चार का फाइनल 2010 जैसा ही होगा जिसमें वह गत चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स से हार गई थी. कोलकाता नाइट राइडर्स पर मिली जीत से मुंबई इंडियंस फिर से पटरी पर आ गई है. उसकी निगाहें बैंगलोर के खिलाफ किसी भी हालत में जीत दर्ज करने पर लगी होंगी.
मुंबई इंडियंस की टीम पिछले साल के फाइनल में गत चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स से मिली हार का बदला लेने के लिए बेकरार है. चेन्नई मंगलवार को रायल चैलेंजर्स बैंगलोर को पहले क्वॉलिफायर में हराकर पहले ही फाइनल में पहुंच गई है. लेकिन मुंबई के लिए यह इतना आसान नहीं है. मुंबई को आरसीबी के खिलाफ पहली बाधा पार करनी होगी, जिसे चेन्नई से पहले क्वालिफायर में हारने के बावजूद 10 टीमों की अंक तालिका में शीर्ष पर रहने की बदौलत फाइनल में पहुंचने का एक और मौका मिला.
सचिन तेंदुलकर की टीम इस वजह से आत्मविश्वास से भरी हुई है क्योंकि पिछले दो मैचों में उनकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी इकाई के रूप में प्रदर्शन करने में सफल रही है.
सचिन और ब्लिजर्ड पर टिकी नजरें
मुंबई के लिए पारी का आगाज करने वाली जोड़ी टूर्नामेंट के शुरू से ही चिंता का कारण बनी हुई थी. हालांकि अब तेंदुलकर और आइजन ब्लिजर्ड के रूप में एक जोड़ी सफल हो रही है. बुधवार को खेले गए मुकाबले में कोलकाता ने मुंबई को 147 रन का लक्ष्य दिया था. इस पर सचिन और ब्लिजर्ड ने ओपनिंग करते हुए 7.5 ओवर में 81 रन जोड़ दिए. इससे जीत की राह आसान हो गई. पिछले कुछ मैचों में मुंबई इंडियंस के मिडल ऑर्डर के बैट्समैन कुछ खास नहीं कर पाए. अब टीम की नजर सचिन और ब्लिजर्ड पर ही टिकी है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ आमिर अंसारी
संपादनः वी कुमार