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मुरली और सचिन...अभी न जाओ छोड़कर

१ अप्रैल २०११

शनिवार को वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में सबसे महान खिलाड़ियों में शुमार दो खिलाड़ी विदाई के मूड में होंगे. सचिन तेंदुलकर और मुथैया मुरलीधरन. मुरली का तो यह आखिरी मैच है ही, सचिन भी अब वर्ल्ड कप में शायद ही दिखें.

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तस्वीर: AP

क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल इन दो महान खिलाड़ियों का आखिरी वर्ल्ड कप मैच होगा. मुथैया मुरलीधरन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का एलान कर चुके हैं. 37 साल के सचिन तेंदुलकर अपना छठा वर्ल्ड कप मैच खेल रहे हैं. यानी अगले वर्ल्ड कप में वह 41 साल के होंगे. लगता नहीं कि उनका जबरदस्त करियर और चार साल तक जाएगा.

Muttiah Muralitharan
तस्वीर: AP

इस वजह से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होने वाला यह मैच रोमांच के शिखर पर पहुंच गया है. सचिन तेंदुलकर 99 अंतरराष्ट्रीय शतक लगा चुके हैं और उनके चाहने वाले उम्मीद कर रहे हैं कि वह फाइनल में अपने शतकों का शतक पूरा करें.

सचिन के इस विशाल अनुभव के बारे में महेंद्र सिंह धोनी कहते हैं, "अगर आप सचिन के साथ 15 मैचों में खेल लेते हैं तो आपको 50 मैचों जितना अनुभव मिल जाता है."

मुथैया मुरलीधरन के पास भी महान करियर का विशाल अनुभव है. अपनी टीम में वह अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जो 1996 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम में शामिल थे. 19 साल लंबे अपने करियर में उन्होंने 534 वनडे विकेट हासिल किए हैं.

Indien Bangalore Cricket WM
तस्वीर: UNI

दिलचस्प बात यह है कि सचिन और मुरली दोनों का जन्मदिन इसी महीने है. सचिन तेंदुलकर 24 अप्रैल को 38 साल के हो रहे हैं जबकि मुरली 17 अप्रैल को 39 के. दोनों खिलाड़ियों ने इस वर्ल्ड कप में भी शानदार प्रदर्शन किया है. सचिन 463 रन बना चुके हैं और वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी दिलशान से सिर्फ 4 रन पीछे हैं.

मुरलीधरन इस टूर्नामेंट में 15 विकेट ले चुके हैं. वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट (71) लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा के नाम है और मुरली उनसे बस तीन ही विकेट पीछे हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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