युवा संगीतकारों पर मुग्ध हुआ बर्लिन
१२ अगस्त २०१२बर्लिन के सिटी सेंटर में जंदारमेनमार्क्ट पर मौजूद कंसर्ट हाउस में संगीत की महफिल सजी. यंग यूरो क्लासिक महोत्सव के दौरान 27 जुलाई से अब तक 30 से ज्यादा कंसर्ट हुए जिनमें सोलो और मंडली के साथ1300 कलाकारों ने हिस्सा लिया.
आखिरी दिन सोमवार को श्लेसविष होल्श्टाइन राज्य के फेस्टिवल ऑर्कस्ट्रा के साथ इस साल का समारोह पूरा होगा. इस समारोह का मकसद बर्लिन और शहर देखने आए मेहमानों को दुनिया भर का संगीत सुनाना है. दो हफ्ते से थोड़ा ज्यादा चले समारोह के दौरान पश्चिमी शास्त्रीय संगीत से लेकर पॉप, जैज और पारंपरिक चीनी संगीत तक की महफिलें सजीं. इस बार यहां 13 कंसर्ट ऐसे थे जिन्होंने पहली बार अपनी धुन छेड़ी. इनमें जर्मनी की तरफ से हुआ पहला प्रदर्शन भी शामिल था.
सबसे बढ़िया कार्यक्रम सोमवार को यूरोपीय संगीतकार पुरस्कार से सम्मानित होगा. समारोह के दौरान संगीत रचनाएं पेश करने वाले कलाकार सिर्फ जर्मनी के नहीं थे. पडो़सी देश नीदरलैंड, फ्रांस, स्पेन और रुमानिया के अलावा रूस, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, अर्मेनिया और चीन के ऑरकेस्ट्री भी यहां आए थे.
समारोह की प्रमुख गाब्रिएले मिंत्स ने कहा कि राजनीतिक और आर्थिक बहस से परे दर्शकों को महोत्सव के दौरान यूरोप की सांस्कृतिक पहचान से परिचय मिला. इसके अलावा यूरोप और विश्व संस्कृति का सामंजस्य भी देखने को मिला. दक्षिण अफ्रीका के मियागी यूथ ऑर्केस्ट्रा ने दिखाया कि यूरोपीय और परंपरागत अफ्रीकी संगीत को किस तरह एक दूसरे से मिलाया जा सकता है.
बर्लिन महोत्सव की शुरुआत 2000 में यूरोपीय युवा ऑर्केस्ट्रा का समर्थन करने वाले संगठन ने की थी. समारोह के आयोजन पर होने वाला खर्च सरकारी और गैर सरकारी चंदों से इकट्ठा किया जाता है.
एमजे/एनआर (डीपीए)