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यूरोपीय संघ पर पुतिन के आरोप

२१ दिसम्बर २०१२

यूरोपीय संघ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर भेंट का सकारात्मक मूल्यांकन किया है, तो पुतिन ने ईयू पर विवाद के मुद्दों से जुड़े आरोप लगाए हैं. पुतिन को अर्धनग्न महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा.

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तस्वीर: Reuters

जब से पुतिन ने दो बार राष्ट्रपति रहने के बाद सत्ता में बने रहने का फैसला किया, पश्चिम के साथ साथ उनके रिश्ते बिगड़ते गए. दो बार राष्ट्रपति फिर चार साल प्रधानमंत्री और अब फिर तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद यह यूरोपीय नेताओं के उनकी साथ पहली शिखर भेंट थी. ईयू अध्यक्ष अध्यक्ष हरमन फान रोमपॉय ने शुक्रवार को ब्रसेल्स में कहा, "यह एक अच्छी और सकारात्मक कामकाजी भेंट थी. रूस और यूरोपीय संघ को सहयोग से बहुत फायदा होगा."

गुरुवार शाम रोमपॉय और ईयू आयोग के प्रमुख जोसे मानुएल बारोसो के साथ भोज के बाद शुक्रवार को गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई. इनमें संवेनशील द्विपक्षीय मसलों के अलावा रूस में मानवाधिकारों का मुद्दा भी शामिल था. भेंट के बाद रोमपॉय यह छुपाने की कतई कोशिश नहीं कि कुछ मामलों में दोनों पक्षों के बीच गहरे मतभेद हैं. बातचीत के दौरान कंजरवेटिव राजनीतिज्ञ ने पुतिन से अपने नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर ज्यादा ध्यान देने को कहा.

Weibliche Aktivistinnen Femen Protest Brüssel
पुतिन के खिलाफ प्रदर्शनतस्वीर: Reuters

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने विवादास्पद मुद्दों पर यूरोपीय संघ पर आरोप लगाए. उन्होंने यूरोपीय संघ पर ऊर्जानीति में सहयोग संधि को तोड़ने के आरोप लगाए. साथ ही रूसी नागरिकों के लिए ईयू का वीजा समाप्त करने में राजनीतिक तैयारी के अभाव का आरोप लगाया. फान रोमपॉय और बारोसो ने बाद में प्रेस के सामने ईयू के रवैये को उचित ठहराया और कहा, "हम अंतराराष्ट्रीय संधियों का पालन कर रहे हैं. हम किसी के साथ भेदभाव नहीं कर रहे."

भेंट से पहले यूरोपीय सांसदों और मानवाधिकार गुटों ने यूरोपीय संघ के नेताओं से पुतिन से मुख्य रूप से मानवाधिकारों पर बात करने की मांग की थी. जर्मन सरकार के रूस मामलों के दूत आंद्रेयास शॉकेनहोफ ने कहा कि रचनात्मक संवाद का मतलब यह है कि साथियों के बीच खुले सवालों की खुलकर चर्चा हो. उन्होंने नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई और सभा करने की आजादी व विदेशी संगठनों के साथ गैर सरकारी संगठनों के सहयोग पर रोक का मुद्दा उठाया.

यूरोपीय संघ के मुख्यालय के सामने शुक्रवार को महिला संगठन फेमेन की कार्यकर्ताओं ने नग्न प्रदर्शन किया.चार महिलाओं ने शरीर के ऊपरी हिस्से के कपड़े उतार कर पुतिन के खिलाफ विरोध जताया. वे 'पुतिन वापस जाओ' के नारे लगा रही थीं. बाद में फेमेन ने एक बयान जारी कर कहा कि उनकी सेक्सट्रीम सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. संगठन ने पुतिन के साथ सहयोग तुरंत रोकने की मांग की.

मानवाधिकारों के अलावा विश्व व्यापार संगठन के नियमों को लागू करने पर भी चर्चा हुई. रूस पिछले अगस्त से डब्ल्यूटीओ का सदस्य है. मॉस्को ने यूरोपीय संघ में रूसी नागरिकों को आसानी से वीजा का मुद्दा उठाया. इनके अलावा यूरोप को गैस की सप्लाई और सीरिया विवाद भी चर्चा के केंद्र में रहा.

एमजे/एजेए (डीपीए, एएफपी)

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