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रामदेव की अस्पताल से छुट्टी

१४ जून २०११

अनशन तोड़ने के दो दिन बाद योग गुरु बाबा रामदेव को मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. उन्हें पानी की कमी और कमजोरी की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाबा बोले, भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम जारी रहेगी.

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Renowned yoga guru Baba Ramdev gestures during his hunger strike against corruption in New Delhi, India, Saturday, June 4, 2011. The charismatic and controversial yoga guru Baba Ramdev is spinning that popularity to fuel a political movement that he says will root out India's endemic corruption. The saffron-robed and bearded Ramdev started an indefinite hunger strike in the Indian capital Saturday that his critics say undermines the country's democratic institutions, but that he says will last until the government agrees "one hundred percent" to his long list of demands. (AP Photo/Manish Swarup)
रामदेव को योग से दूर रहने की सलाहतस्वीर: AP

देहरादून के हिमालयन अस्पताल के डॉ एसएल जेठानी ने बताया, "उनकी तबीयत अब बेहतर है. हमने उनसे दो तीन दिन तक योग से दूर रहने को कहा है. एक बार वह अच्छे हो जाएं तो अपनी नियमित दिनचर्या में लौट सकते हैं." रामदेव ने 11 जून को श्री श्री रवि शंकर और अन्य आध्यात्मिक नेताओं की अपील पर अनशन तोड़ा. वह 4 जून से भ्रष्टाचार और विदेशों में काले धन के मुद्दे पर अनशन कर रहे थे.

जेठानी ने कहा, "रामदेव का स्वास्थ्य अब स्थिर है. उनके ब्लड प्रेशर और नब्ज की गति में सुधार आया है. हमने उन्हें अस्पताल से छुट्टी दिए जाने की सलाह दी है." डॉक्टरों ने बताया कि रामदेव ने सुबह में फल और जूस लिए हैं.

रामदेव के साथ उनके सहयोगी बालकृष्ण को भी 10 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों ही हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ में अनशन कर रहे थे. अस्पताल से छुट्टी लेते हुए योग गुरु ने कहा कि भ्रष्टाचार और काले धन के मुद्दे पर उनका आंदोलन जारी रहेगा. रामदेव ने कहा कि उनके आठ दिन तक चले अनशन से देश के लोगों की नींद टूटी और अब वे जग गए हैं. उन्होंने कहा, "काले धन को वापस लाने के लिए हमारी मुहिम जारी रहेगी. देश के सब लोगों को हम इसमें साथ लेंगे."

कई घोटालों में घिरी केंद्र सरकार पर रामदेव और इसी तरह गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम से खासा दबाव है. सरकारी खजाने को 1.76 लाख करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले टेलीकॉम घोटाले में पूर्व मंत्री ए राजा जेल काट रहे है. इसके अलावा कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजन में भारी गड़बड़ी और मुंबई के आदर्श सोसाइटी घोटाले की वजह से भी सरकार पर दबाव है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः उभ

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