राष्ट्रपति पद को लेकर भारत में सुगबुगाहट
२९ अप्रैल २०१२कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता और रक्षा मंत्री एके एंटनी ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एम करुणानिधि से मुलाकात की और नए राष्ट्रपति की संभावनाओं पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि बातचीत का सार वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को बताएंगे. राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल 25 जुलाई को रिटायर हो रही हैं.
लगभग एक घंटे तक बातचीत के बाद करुणानिधि ने कहा, "यह बेहद सकारात्मक बातचीत रही और मैं इस बारे में पार्टी अध्यक्ष को रिपोर्ट दूंगा." एंटनी ने कहा कि करुणानिधि देश के सबसे सीनियर नेताओं में एक हैं और यूपीए में उनकी काफी अहमियत है. इस बातचीत में डीएमके के टीआर बालू और करुणानिधि की बेटी कणिमोड़ी भी मौजूद थीं.
प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति हैं लेकिन उनके पांच साल के कार्यकाल को किसी खास उपलब्धि के लिए याद नहीं किया जा सकता है. पूरे कार्यकाल के दौरान बुद्धिजीवी और प्रमुख विपक्षी पार्टियों का आरोप रहा कि पाटिल कांग्रेस की रबर स्टांप हैं और अपनी तरफ से कोई फैसला नहीं कर पाती हैं. भारत में राष्ट्रपति का पद शोभा का पद होता है लेकिन यह देश का सबसे बड़ा पद भी है.
पिछली बार के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हुए विवाद के बाद इस बार यूपीए किसी विवाद से बचना चाहती है. साथ ही यूपीए के पास अपने उम्मीदवार को जितवाने के लिए बहुमत भी नहीं है. हाल ही में एनसीपी प्रमुख और कृषि मंत्री शरद पवार ने संकेत दिया था कि यूपीए को मिल जुल कर नए राष्ट्रपति के नाम का फैसला करना चाहिए.
भारत में आम तौर पर उप राष्ट्रपति को राष्ट्रपति बनाने की परंपरा रही है, जिसे ध्यान में रखते हुए मौजूदा उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के नाम की भी चर्चा चल रही है. उनके नाम को वामपंथी पार्टियों और लालू यादव की आरजेडी का समर्थन प्राप्त भी है, लेकिन इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम की भी चर्चा चल रही है. 81 साल के कलाम ने अपने कार्यकाल में अद्भुत कामयाबी और तारीफ बटोरी थी. उन्हें राजेंद्र प्रसाद के साथ भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपतियों में गिना जाता है.
कलाम को बीजेपी की सरकार ने 2002 में राष्ट्रपति बनाया था और पूरे भारत को उम्मीद थी कि 2007 में उन्हें दोबारा राष्ट्रपति बना दिया जाएगा. लेकिन यह पद उस वक्त राजनीति की भेंट चढ़ गया और कांग्रेस ने प्रतिभा पाटिल को पहली महिला राष्ट्रपति के नाम पर उम्मीदवार बना दिया. ऐसे में चुनाव से बचने के लिए कलाम ने आखिरी लम्हों में अपना नाम वापस ले लिया.
हालांकि इस बार उन्होंने कोई इशारा नहीं किया है, लेकिन यह जरूर कहा है कि इंतजार कीजिए और मुझसे बाद में पूछिए. इस बयान के बाद यह उम्मीद बनी हुई है कि अगर उनके नाम पर चर्चा आगे बढ़ती है तो भारत रत्न कलाम एक बार फिर से भारत के राष्ट्रपति बन सकते हैं.
रिपोर्टः अनवर जे अशरफ (पीटीआई)
संपादनः महेश झा