1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

रूस में विमान हादसा, 44 की मौत

२१ जून २०११

उत्तरी रूस में हुए एक विमान हादसा में 44 लोग मार गए हैं. मॉस्को से पेत्रोजावोदस्क के लिए निकला यह विमान दो किलोमीटर लंबी सड़क पर उतरने की कोशिश के दौरान आग की लपटों में घिर गया. आठ लोग बुरी तरह झुलसे.

https://p.dw.com/p/11fuz
epa02787746 TV grab taken from Russian NTV channel on 21 June 2011 shows parts of the wreckage of a Russian Tupolev-134 airplane after it crashed near the airport of Petrozavodsk, Karelia province, Russia. Forty-four people died and eight survived when an airliner crashed overnight in north-western Russia, the Civil Defence Ministry said 21 June. The Russair charter flight from Moscow crashed about midnight (2000 GMT Monday) as it approached its destination of Petrozavodsk, 400 kilometres north-east of St Petersburg in Russia_s Republic of Karelia, which borders Finland. The Tupolev Tu-134 with 43 passengers and a crew of nine on board made a hard landing on a highway about a kilometre from the airport at Petrozavodsk, the capital of Karelia, news reports said. EPA/NTV +++(c) dpa - Bildfunk+++ usage Germany only, Verwendung nur in Deutschland
Russ-Air Tupolev Tu-134 Flugzeugabsturzतस्वीर: picture-alliance/dpa

अधिकारियों के मुताबिक खराब मौसम की वजह से रसएयर की फ्लाइट काफी देर तक पेत्रोजावोदस्क एयरपोर्ट के आसपास घूमती रही. इसी दौरान विमान बिजली की तारों से टकराया. बिजली सप्लाई कटने की वजह से रनवे की लाइटें बुझ गईं. रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने बताया, "विमान की पेत्रोजावोदस्क से दो किलोमीटर दूर कड़ी लैंडिंग के दौरान झटके जारी रहे. 44 लोगों की मौत हो गई है और आठ जख्मी हैं." विमान में 43 यात्री और चालक दल के नौ सदस्य थे.

रूस के आपातकालीन विभाग की वेबसाइट पर हादसे की कुछ तस्वीरें जारी की गई हैं. तस्वीरों में विमान के बिखरे अवशेष दिखाई पड़ रहे हैं. हादसा और भयानक होता, अगर विमान रिहाइशी इलाके में क्रैश करता. हवाई यातायात से जुड़े एक रूसी अधिकारी ने कहा, "यह हैरान कर देने वाला है कि विमान का बीच का हिस्सा गांव से नहीं टकराया."

पेत्रोजावोदस्क एयरपोर्ट के प्रमुख अलेक्से कुजमितस्की ने रूस की सरकारी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स को बताया कि हादसे के वक्त मौसम बहुत ज्यादा खराब था. बारिश और घने कोहरे की वजह से हालात विमानों के लिए लायक नहीं थे. उन्होंने कहा, "पायलटों की गलती की वजह से टीयू-134 विमान बिजली की तारों से टकराया. तारें टूटीं और रनवे की बिजली चली गईं."

लेकिन रूस में हवाई हादसों की जांच करने वाली संस्था एमएके ने फिलहाल हादसे के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है. संस्था ने कहा है कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचना फिलहाल जल्दबाजी होगी. एयरलाइन कंपनी रसएयर के मुताबिक तुपोलेव श्रेणी का यह यात्री विमान 30 साल पुराना था. टेक ऑफ से पहले विमान की तकनीकी जांच की गई थी, जिसमें कोई कमी सामने नहीं आई थी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी