लय में न आती टीम से जर्मन कोच चिंतिंत
१ जून २०१२यूरो 2012 के आखिरी अभ्यास मैच के बाद जर्मन कोच योआखिम लोएव ने कहा, "हमें खुद में सुधार करना होगा. अच्छे मौकों को गोल में बदलना होगा. सभी चीजें दुरुस्त नहीं हैं. लेकिन अगले हफ्ते मिलने वाली एक जीत यह काम कर सकती है."
बाजल में स्विटजरलैंड के हाथों 5-3 से पिटने के बाद गुरुवार को जर्मन टीम पूरी ताकत के साथ मैदान पर उतरी. लेकिन तब भी 2-0 की जीत, प्रशंसक इससे हैरान है. आलोचनाओं के बीच कप्तान फिलिप लाम टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए काफी कुछ कर रहे हैं, "हमारी टीम में हैरान करने वाली क्षमता है. अब बस उन्हें ऐसा करके दिखाना है. हमारे पास कुछ बेहतर तालमेल वाले समीकरण हैं. हमेशा यह नहीं चल सकते, इसलिए एक जीत की जरूरत है."
चैंपियंस लीग की वजह से भी जर्मन टीम को परेशानी हुई है. जर्मन क्लब बार्यन म्यूनिख के खिलाड़ी 19 मई को चैंपियंस लीग के फाइनल में हारने के बाद टीम में लौटे हैं. खुद बायर्न म्यूनिख के कप्तान फिलिम लाम भी मानते हैं कि अलग अलग क्लबों के लिए खेलने वाले जर्मनी के राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने लंबे समय से एक टीम की तरह नहीं खेला है. इसकी वजह से तालमेल में दिक्कतें आ रही हैं.
यूरो कप में जर्मनी का पहला ही मैच नौ जून को पुर्तगाल से है. पुर्तगाल की टीम बहुत मजबूत तो नहीं है लेकिन क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसा सितारा जर्मन टीम को मुश्किल में डाल सकता है. चैंपियंस लीग के सेमीफाइनल के दो मैचों में बार्यन म्यूनिख के खिलाफ गोल ठोंकने वाले रोनाल्डो जर्मन रक्षापंक्ति को भेदना जानते हैं.
इस बीच जर्मन कैंप के लिए शुक्रवार को एक अच्छी खबर आई. गोल पोस्ट के आस पास विपक्षी खिलाड़ियों के लिए मुश्किल साबित होने वाले 27 साल के डिफेंडर बास्तिआन श्वाइनश्टाइगर पुर्तगाल के खिलाफ खेल सकेंगे. चोट से जूझ रहे श्वाइनश्टाइगर तब तक फिट हो जाएंगे. चेहरे पर राहत के साथ लोएव ने बताया, "बास्तिआन बुधवार से ही दर्द महसूस नहीं कर रहे हैं."
लेकिन श्वाइनश्टाइगर के लिए दर्द से ज्यादा अहम मानसिक पीड़ा से उबरना होगा. चैंपियंस लीग के फाइनल में वह पेनल्टी मिस कर गए. इसका खामियाजा टीम को उठाना पड़ा और चेल्सी ने बायर्न को हरा दिया.
लोएव और लाम को यूरो कप की मुश्किलों का अहसास है. जर्मनी ग्रुप बी में है, जहां उसे पुर्तगाल, नीदरलैंड्स और डेनमार्क जैसी मजबूतों टीमों से भिड़ना है.
ओएसजे/आईबी (एएफपी, डीपीए)