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लश्कर ए तैयबा की नजर दूसरे देशों पर

२५ जून २०११

अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन का मानना है कि भारत पर हमले के बाद आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा की नजर भारत के अलावा दूसरे देशों पर है.

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A member of Lashkar, or local citizens' militia to fight Taliban militants, dances waving his riffle, as he and other members gather to greet Pakistani soldiers, unseen, in the Bajur tribal region on the border with Afghanistan, Pakistan, Tuesday, March 2, 2010.(AP Photo/Muhammed Muheisen)g.jpg
तस्वीर: AP

मुंबई में आतंकी हमले और भारत के भीतर कई हमलों लिए जिम्मेदार लश्कर ए तैयबा अब भारत के अलावा दूसरे देशों में हमले की साजिश रच रहा है. पेंटागन के वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात का खुलासा किया है. अमेरिकी ज्वांइट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष माइक मुलेन के मुताबिक, "लश्कर ए तैयबा जिसका केंद्र बिंदू भारत है. अब उसकी नजर दूसरों देशों पर है. उसकी नजर भारत के पार हो गई है."

अमेरिकी कांग्रेस की एक बैठक के दौरान सांसदों को संबोधित करते हुए मुलेन ने कहा, "आतंकवादी संगठन अलग होते हैं. आम तौर पर एक दूसरे के समर्थक भी होते हैं. यह स्थान दुनिया भर में आतंकवाद का केंद्र है. इसी वजह से हमारा खास ध्यान पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर ज्यादा है."

पिछले महीने अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञों ने यूएस कांग्रेस सब कमेटी को बताया था कि लश्कर ए तैयबा अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज के खिलाफ लड़ने का लक्ष्य बना रहा है. भारत के खिलाफ आतंकवादी हमले को बढ़ावा देना भी उसका एजेंडा है. एडमिरल रॉबर्ट विलार्ड ने अप्रैल के महीने में सांसदों को बताया था कि अमेरिका नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव और भारत को मदद कर रहा है ताकि लश्कर की योजना को विफल किया जा सके.

रिपोर्ट: पीटीआई/ आमिर अंसारी

संपादनः एस गौड़

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