लेवरकूजेन ने हराया बायर्न को
२९ अक्टूबर २०१२पिछली बार जब लेवरकूजेन ने बायर्न म्यूनिख को हराया था वह दिन दो दशक पहले 21 अक्टूबर 1989 का दिन था. बर्लिन की दीवार गिरने से तीन सप्ताह पहले. उस समय भी टीम के लिए यह उतना ही महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक पल था जितना रविवार 29 अक्टूबर 2012 के दिन. रविवार को लेवरकूजेन के श्टेफान कीसलिंग ने 42वें मिनट में गोल कर टीम को बढ़त दिलाई.
बायर्न ने प्रतिद्वंद्वी टीम पर दबाव डालने के बहुत मौके बनाए. बास्टियान श्वाइनश्टाइगर ने दूसरे मिनट में बैक हील से एक किक बनाई जो गोलपोस्ट के दाहिनी तरफ निकल गई. भले ही बायर्न बेहतर खेल रहा था लेकिन लेवरकूजेन ने फायदा उठाने का तरीका ढूंढ ही निकाला. गोंजालो कास्ट्रो का पास अचानक सिमोन रोल्फ्स को बायर्न के पेनल्टी एरिया में मिला. डबल पास से गेंद कीसलिंग तक पहुंची और म्यूनिख के गोलकीपर मानुएल नौयर चकमा खा गए.
दूसरे हाफ में बायर्न का दबदबा था. लेकिन वे आश्चर्यजनक रूप से ढीले भी रहे. 74वें मिनट में लगा कि कोच हाइंकेस को इलाज मिल गया कि उन्होंने क्लाउडियो पिजापो को थके श्वाइनश्टाइगर की जगह भेजा. तीन ही मिनट में उन्होंने मारियो मांजुकिच के लिए गोल का मौका बनाया.
लगा कि अब बायर्न को किनारा मिल जाएगा. लेकिन लेवरकूजेन ऐसा होने नहीं दिया.
हनोवर की हार
रविवार की शाम रोमांच से भरपूर रही. हनोवर और मोएंशनग्लाडबाख दोनों ने ही अच्छा खेल दिखाया. लेकिन हनोवर के पास एक ही दिन में नवें से पांचवें स्थान पर जाने का मौका था लेकिन फायदा ग्लाडबाख ने उठाया और 13वें से 9वें पर आ गए.
पहले हाफ का इकलौता आकर्षण 19वें मिनट का मौका था जो गोल नहीं बदल पाया. दूसरा हाफ बहुत तेज था और दोनों टीमें बढ़िया आक्रमण के साथ मजबूत रक्षा पंक्ति में थीं.
दूसरे हाफ का पहला गोल हनोवर के यान श्लॉड्राफ ने 48वें मिनट में किया. इसके बाद 53वें मिनट में मामे डियूफ ने हनोवर को 2-0 से आगे कर दिया.
लेकिन यहां आकर हनोवर की रचनात्मकता खत्म हो गई. अगले नौ मिनट में खेल पलट गया. ग्लाडबाख 70वें मिनट में मैच में लौटे. इसके बाद टीम ने एक के बाद एक तीन गोल ठोंके. 79वें मिनट में खुआन अरांगों के गोल के साथ ग्लाडबाख हनोवर से 2-3 से आगे था.
श्टुटगार्ट की मेहनत
फ्रैंकफर्ट का मैच श्टुटगार्टट में था. शाल्के से हार के बाद वह पूरी कोशिश में थे कि श्टुटगार्ट पर अपना दबदबा बनाए रखें. अभी तक फ्रैंकफर्ट ने अपनी स्थिति अच्छी बनाए रखी है लेकिन रविवार को श्टुटगार्ट चतुर साबित हुआ.
श्टुटगार्ट ने छठें मिनट में ही पहले हमले के साथ बढ़त हासिल कर ली. क्रिस्टियान गेंथर ने पहला गोल किया. मजबूत टीम फ्रैंकफर्ट खेली तो तेज लेकिन ज्यादा मौके नहीं बना पाई. दोनों ही टीमों के कई खिलाड़ियों को यलो कार्ड दिए गए.
हालांकि आखिरकार श्टुटगार्ट ने ही मैच की दिशा तय की. 84वें मिनट में वेदाद इबिसेविच ने गोल दागा. इस नतीजे का परिणाम था कि श्टुटगार्ट सीधे चार स्थान ऊपर चढ़ गया और फ्रैंकफर्ट को नीचे आना पड़ा.
रिपोर्टः बेन नाइट/एएम
संपादनः ओ सिंह