विदाई का शुक्रवार, मिस्र रैली को तैयार
४ फ़रवरी २०११तीन दशक से कुर्सी पर बैठे होस्नी मुबारक को हटने के लिए प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार तक का वक्त दिया था. आज प्रदर्शनकारियों ने बड़ी रैली बुलाई है जिसे विदाई का शुक्रवार नाम दिया गया है. इस दौरान हिंसा भड़क उठने की आशंका है. हालांकि अमेरिकी सेना के अधिकारी एडमिरल माइक मुलेन ने एक टीवी चैनल से कहा, "मेरी मिस्र की सेना ने नेतृत्व से जो बातचीत हुई, उसमें उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का उनका कोई इरादा नहीं है."
इस बीच मिस्र के उपराष्ट्रपति उमर सुलेमान ने इन खबरों का खंडन किया है कि सरकार समर्थकों ने प्रदर्शनकारियों की हत्या की है. उन्होंने समाचार चैनल एबीसी से कहा कि सरकार समर्थकों ने अच्छा व्यवहार किया. सुलेमान ने विपक्षी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड को बातचीत के लिए आगे आने को कहा है. लेकिन विपक्ष ने मुबारक केसत्ता छोड़ने से पहले बातचीत करने से मना कर दिया है.
तीन दशक से राष्ट्रपति पद पर बैठे 82 साल के राष्ट्रपति मुबारक ने कहा है कि वह पद पर बने रहने से तंग आ चुके हैं और अब छुट्टी चाहते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकते. मुबारक ने काहिरा में एबीसी टेलीविजन से बातचीत में कहा कि उन्हें डर है कि उनके हटते ही उनके देश में अव्यवस्था फैल जाएगी.
मिस्र में पिछले 11 दिन से सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं. अब हालात काफी गंभीर हो चुके हैं और ऐसी खबरें हैं कि अमेरिका में मिस्र के सत्ता हस्तांतरण के तरीकों पर विचार हो रहा है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इनमें होस्नी मुबारक के फौरन गद्दी छोड़ने का विकल्प भी शामिल है.
अमेरिकी सेना के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ माइक मुलेन ने कहा है कि उनकी सेना मिस्र में किसी भी तरह की मदद को तैयार है. उन्होंने कहा कि किसी तरह की सैन्य कार्रवाई की तैयारी नहीं हो रही है लेकिन विदेश विभाग के कहने पर कोई भी कदम उठाया जा सकता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा