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विरोध प्रदर्शनों के साये में लंदन ओलंपिक

१६ अप्रैल २०१२

ग्रीन ग्रुप ने लंदन ओलंपिक को स्पॉन्सर करने वाली तीन बड़ी कंपनियों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए कमर कस ली है. आयोजकों को ओलंपिक के दौरान विरोध प्रदर्शनों का डर सता रहा है.

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तस्वीर: London 2012

लंदन के ओलंपिक खेल शुरू होने में करीब सौ दिन बचे हैं और आयोजकों को चिंता है कि ग्रीन ग्रुप का विरोध प्रदर्शन जोर पकड़ सकता है. ग्रीनवॉश गोल्ड 2012 नाम के इस गुट का तर्क है कि डाउ केमिकल्स, तेल कंपनी बीपी और खनन उद्योग के दिग्गज रियो टिंटो को ओलंपिक खेलों में शामिल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के मामले में इनका रिकॉर्ड खराब है. इस ग्रुप में भोपाल मेडिकल अपील और यूके टार सैंड्स नेटवर्क शामिल हैं. यह स्थानीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय तक विरोध प्रदर्शनों के लिए लोगों को इकट्ठा कर रही है. अभी तक विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे हैं. लेकिन पुलिस और ओलंपिक प्रमुखों को पता है कि खेल और ओलंपिक मशाल दौड़ विरोध प्रदर्शनकारियों के लिए सुनहरा मौका होगी. क्योंकि उस दौरान पूरी दुनिया का ध्यान लंदन पर टिका होगा.

पुलिस ने पिछले महीने चेतावनी दी है कि इस तरह ध्यान खींचने की चाहत करने वाले लोग ज्यादा मुश्किल पैदा कर सकते हैं. लंदन ओलंपिक आयोजकों ने कहा है कि इस तरह के प्रदर्शनों के लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर रखी है और इस तरह की स्थिति पैदा होने पर उसे सही कार्रवाई करने का पूरा विश्वास है.

पैसा बोलता है

अभी तक सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन भोपाल मेडिकल अपील अभियान ने डाउ केमिकल्स के खिलाफ किए हैं. बीएमए का कहना है कि 70 लाख पाउंड की स्पॉन्सरशिप रोक दी जानी चाहिए क्योंकि कंपनी 1984 में भोपाल गैस कांड से जुड़ी हुई है. शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है हालांकि ब्रिटेन और भारत में कई सांसदों या सरकारी अधिकारियों ने अभियान का समर्थन भी किया है.

एक और विरोध जो हाल के दिनों में आया है. वह है टिकाऊ ओलंपिक अभियान. इन लोगों ने झूठमूठ में दावा कर दिया कि ब्रिटेन आयोजन समिति ने प्रायोजकों में से बीपी को हटा दिया है.

अन्य विरोध प्रदर्शनकारी ऑक्यूपाई लंदन के हैं. जिन्होंने ओलंपिक पार्क के पास बास्केटबॉल ट्रेनिंग कोर्ट्स का निर्माण रोक दिया था. क्योंकि इसे बनाते समय पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे नहीं सोचा गया था. खाली करवाने के लिए जब गाड़ियां वहां पहुंची तो चार लोगों को गिरफ्तार किया गया.

एएम/ओजे (रॉयटर्स)

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