विवादित सीडी के पीछे अमर सिंहः प्रशांत भूषण
१८ अप्रैल २०११अपने पिता शांति भूषण के साथ लोकपाल विधेयक मसौदा समिति में शामिल मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने कहा, "यह असल में कट एंड पेस्ट का काम है." इस सीडी में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव और पूर्व नेता अमर सिंह के साथ शांति भूषण की बातचीत का ब्यौरा है जिसमें न्यायपालिका में भ्रष्टाचार समेत कई विषयों पर बात हुई है.
प्रशांत भूषण ने दावा किया कि एक अमेरिकी एक्सपर्ट जॉर्ज पापकन और हैदराबाद की ट्रुथ लैब ने सीडी की फॉरेंसिक जांच की है और पाया है कि उसमें कई जगह गैप हैं और बहुत ही अहम जगहों पर इलेक्ट्रॉनिक एडिटिंग के संकेत मिलते हैं. उन्होंने कहा कि यह 2जी और अमर सिंह टेप कांड में जारी कानूनी प्रक्रिया को पटरी से उतारने की साजिश है जिसमें उद्योगपतियों समेत कई लोग शामिल हैं.
लोकपाल विधेयक मसौदा समिति के सह अध्यक्ष पद से शांति भूषण के इस्तीफे की मांग के बीच समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा है कि उन्हें समिति में बने रहना चाहिए लेकिन अगर वह दोषी पाए गए तो कार्रवाई होनी चाहिए. जब हजारे से पूछा गया कि क्या वह शांति भूषण की विश्वसनीयता के बारे में गारंटी दे सकते हैं तो उन्होंने कहा, "अगर वह दोषी पाए गए तो सजा के हकदार हैं. लेकिन अगर वह दोषी नहीं हैं तो निर्दोष हैं. मुझे उनके बारे में इसी समिति के जरिए ही पता चला. मैं सिर्फ अपने बारे में गारंटी दे सकता हूं."
वहीं प्रशांत भूषण ने इस विवादास्पद सीडी के पीछे अमर सिंह का हाथ होने का आरोप लगाया है. उन्होंने सरकार से जुड़े दूसरे लोगों के भी इसमें शामिल होने से इनकार नहीं किया. प्रशांत भूषण ने कहा कि अगर इसमें सरकार का कोई अधिकारी या समिति का सदस्य शामिल पाया गया तो समस्या होगी. उन्होंने कहा कि वह किसी और को अभी इस मामले में नहीं घसीट रहे हैं.
प्रशांत भूषण ने कहा, "यादव से हुई बातचीत के सभी अंश 2006 की सीडी से उठाए गए हैं जिसमें यादव और अमर सिंह की बातचीत थी. इन अंशों के आधार पर यह नई सीडी बनाई गई है. यह बस कट एंड पेस्ट है. यह बहुत से ताकतवर लोगों के आशीर्वाद से रची गई एक साजिश है जिसमें राजनेता और उद्योगपति शामिल हैं. यह लाइसेंस रद्द होने से जुड़े 2जी मामलों और अमर सिंह टेप कांड की कानूनी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश है. दोनों ही मामलों में आदेश सुरक्षित हैं."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह