विश्व की सबसे अनमोल डाक प्रदर्शनी
७ सितम्बर २०११महारानी के पास सबसे प्रसिद्ध डाक टिकटों में से दो हैं. लेकिन जर्मनी में भी ऐसे संग्रहकर्ता हैं जिनके पास दुनिया की प्रसिद्ध डाक टिकटें हैं. ये टिकटें इतनी अनमोल हैं कि महारानी के डाक टिकट क्यूरेटर एक छोटे ब्रीफकेस में स्वयं ही दुनिया की सबसे प्रसिद्ध टिकट लेकर बर्लिन आए. यह टिकट है ब्लू मॉरीशस.
डाक टिकट संग्रह और उसके अध्ययन का शौक लगभग 200 साल पुराना है. मुख्य रूप से पहले टिकट के तकनीकी पहलुओं का अध्ययन किया जाता था. अब उसके डिजाइन, कागज, रंग और प्रिंट का भी अध्ययन किया जाता है. संग्रह करने वाले आम टिकटों का संग्रह तो करते ही हैं उनके लिए वे टिकटें मूल्यवान हो जाती हैं जिनमें गड़बड़ी होती हैं.
बर्लिन में दुर्लभ प्रदर्शनी
कीमती प्रसिद्ध टिकटों की बहुत कम प्रतियां विश्व में उपलब्ध हैं. बर्लिन की प्रदर्शनी में पहली बार इस समय उपलब्ध ऐसी टिकटों में ज्यादातर को प्रदर्शित किया जा रहा है. बर्लिन के संचार म्यूजियम में 8 ब्लू मॉरीशस और 10 लाल मॉरीशस को दिखाया जा रहा है. इन टिकटों को सिर्फ बर्लिन में तीन सप्ताह तक दिखाया जाएगा.
इनमें से दो टिकटें इंगलैंड की महारानी की सम्पत्ति है. एक नीला 2 पेंस का डाक टिकट और लाल एक पेंस का टिकट. दोनों पर ही युवा महारानी विक्टोरिया की तस्वीर है. महारानी के दादा किंग जॉर्ज पंचम जाने माने डाक टिकट कलेक्टर थे. रॉयल फिलेटेलिक कलेक्शन के क्यूरेटर माइकल सफी ने बर्लिन में बताया, "यह उनका शौक नहीं है." लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि महारानी मॉरीशस का मालिक होने की अपनी जिम्मेदारी के प्रति सचेत हैं.
जर्मनी में भी कुछ संग्रह करने वाले हैं जिनके पास हिंद महासागर में स्थित छोटे से देश मॉरीशस का मूल्यवान डाक टिकट है. उनमें से चार ने अपने संग्रह को म्यूजियम में प्रदर्शनी के लिए देने का फैसला किया. म्यूजियम के खजाने में इन डाक टिकटों को भारी सुरक्षा के बीच दिखाया जा रहा है.
एक बच्चे ने खोजा मूल्यवान टिकट
डाक टिकटें इतनी मूल्यवान हैं कि प्रदर्शनी का 5 करोड़ यूरो का बीमा कराया गया है. बोरदो लेटर नाम से विख्यात चिट्ठी का मूल्य 40 लाख यूरो है जिसे एक फ्रांसीसी बच्चे ने 1902 में वाइन की एक दुकान के संग्रहालय में पाया था. वाइन के ऑर्डर वाले इस लिफाफे पर नीला और लाल मॉरीशस दोनों ही टिकट लगा है. "मैंने इस टिकट के लिए उसके मालिक को 1 करोड़ यूरो की पेशकश की लेकिन उसने ठुकरा दिया," नीलामी की बोली लगाने वाले एक व्यक्ति ने कहा.
विश्व का सबसे प्रसिद्ध डाक टिकट इंग्लैंड के उपनिवेश मॉरीशस में 1847 में निकाला गया था. उसकी 500 प्रतियां छापी गई थीं. लेकिन उसकी कम संख्या ही उसे प्रसिद्ध नहीं बनाती बल्कि उसमें हुई एक गल्ती भी. उस पर पोस्ट पेड के बदले पोस्ट ऑफिस लिख दिया गया था. दूसरे संस्करण में गल्ती को सुधार लिया गया लेकिन पहला संस्करण दुर्लभ और कीमती बन गया. इसके अलावा हर टिकट विशेष है क्योंकि उसे एक एक कर हाथ से छापा जाता था.
हर टिकट का अपना इतिहास है. कहा जाता है कि मॉरीशस के गवर्नर की पत्नी लेडी गोम अपने कॉस्ट्यूम बॉल का निमंत्रण भेजने के लिए विशेष टिकट छपवाती थीं. बर्लिन की प्रदर्शनी में लेडी गोम द्वारा भेजे गए लिफाफों में से अंतिम तीन दिखाई जा रही हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए जमाल