शाह रुख की शादी आमिर खान से
१३ मार्च २०१२जिन्हें गौरी खान और किरण राव के लिए सहानुभूति हो रही है उन्हें हम बताना चाहेंगे कि यह शाह रुख वो नहीं जो हिंदी फिल्मों के बादशाह हैं. यह शाह रुख एक महिला हैं और पाकिस्तान में रहती हैं, उनके पति का नाम आमिर खान है.
पाकिस्तान में रह रही शाह रुख के पिता ने उनके लिए यह नाम चुना. शाह रुख कहती हैं, "शाह का मतलब बादशाहों से है और जिसका रुख बादशाहों जैसा हो, वह शाह रुख है." कहती हैं कि शायद इस नाम ने उन्हें बचपन से ही टॉमबॉय बना दिया. "मेरा दिल खेलने कूदने में ज्यादा लगता था और अब भी मैं कंस्ट्रक्शन का बिजनेस चलाती हूं, जहां महिलाएं ज्यादा कुछ नहीं करतीं."
'क्या मजाक है, यार'
लेकिन सबसे हैरानी वाली बात तो यह है कि इनके पति का नाम आमिर खान है. कहती हैं, "लोगों की प्रतिक्रिया सबसे मजेदार तब रही जब हमारे शादी के कार्ड छपे. कार्ड में लिखा हुआ था, 'शाह रुख खान वेड्स आमिर खान'. मेरे साथ काम कर रहे लोग और मेरे बॉस को लगा कि मैं उनसे मजाक कर रही हूं. कहते थे, कि क्या यार, क्या बात कर रहे हो!" पर शादी तो हुई ही शाह रुख की आमिर से, तब लोगों को बात समझ में आ गई, लेकिन शाह रुख और उनके पति, दोनों को लोगों के मजाक झेलने पड़े. कहती हैं, "अब लोग इंतेजार कर रहे हैं, काजोल कब आएगी, सलमान कब आएगा." शादी से पहले अपनी होने वाली पत्नी से मुलाकात में आमिर खान को भी शाह रुख नाम पसंद आ गया और खास तौर से यह अच्छा लगा कि उनकी होने वाली जीवन साथी और लड़कियों से कुछ अलग है.
हालांकि अब उनके पति भी कई बार इस बात से नाराज हो जाते हैं कि उनकी पत्नी के नाम की वजह से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है. कई बार लोग उनके पहचान पत्र के बावजूद उन्हें दफ्तरों में जाने नहीं देते. कॉलेज में भी परीक्षा के लिए शाह रुख को अकसर पुरुषों के कॉलेज में जाना पड़ता क्योंकि लोग समझते थे कि वह पुरुष हैं. "मेरी मास्टर्स डिग्री में भी मेरे नाम के आगे मिस्टर लिखा था. जब लोग फोन करते हैं और कहते हैं कि उन्हें शाह रुख खान से बात करनी है, तो मैं कहती हूं हां, मैं बोल रही हूं. लेकिन वे कहते हैं, नहीं, आप शाह रुख साहब से बात करवाएं."
'माई नेम इज शाह रुख खान'
लेकिन बॉलीवुड के किंग खान से जब उनका नाम जोड़ा जाता है, तो शाह रुख बहुत खुश होती हैं. "अब तो बहुत अच्छा लगता है. मुझे बहुत अच्छे लगते हैं शाह रुख, किसे नहीं लगेंगे..." हालांकि शुरुआत में किंग खान उन्हें पसंद नहीं थे और कॉलेज के वक्त सलमान और आमिर खान पर उनका दिल आ गया था. जब शाह रुख स्कूल में थीं, तो उन्हें काफी वक्त तक उनका नाम बहुत अजीब लगता था, लेकिन जैसे जैसे भारत में बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान मशहूर होते गए, वैसे वैसे पाकिस्तान में उनकी नाम की यह कारोबारी भी अपने नाम से खुश होती रहीं.
इस नाम से उन्हें बहुत फायदे भी हुए हैं. सबसे पहला तो यह कि लोग उन्हें याद रखते हैं. कहती हैं, "मैं जब अमेरिका गई और जब भी लोगों ने मेरा नाम पूछा, तो मैंने कहा, 'माई नेम इज शाह रुख खान.' बाकी लोगों के नाम भूल जाते हैं लोग, लेकिन मेरा नाम उन्हें याद रहता है." सबसे अच्छी बात तब होती है जब ट्रैफिक पुलिस उन्हें गाड़ी तेज चलाते हुए पकड़ लेती है. कहती हैं, "पुलिस वाले अकसर मेरे नाम का मजाक उड़ाते हैं और इस चक्कर में चालान भी नहीं कटता. और अब मेरे कॉलेज के पुराने दोस्त मुझे डॉन कहते हैं."
रिपोर्टः मानसी गोपालकृष्णन
संपादनः एन रंजन