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श्रीलंका के खिलाफ हर बात हमारे खिलाफ गई: धोनी

२३ अगस्त २०१०

श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में खेले गए वनडे में आठ विकेट से हारने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मानते हैं कि टीम इंडिया की हर रणनीति नाकाम साबित हुई. धोनी की राय में युवराज सिंह की वापसी ही टीम के लिए राहत की बात है.

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सिर्फ 103 रन पर टीम ढेरतस्वीर: AP

आठ विकेट से मैच हारने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने माना कि मैच में भारत की शुरुआत ही खराब रही. "रविवार के मैच में कुछ भी काम सही से नहीं हो पाया. जिस तरह की शुरुआत हमें चाहिए थी वह हमें नहीं मिली. हम ऐसा लक्ष्य श्रीलंका को नहीं दे सके जिसकी रक्षा गेंदबाज कर पाते. श्रीलंकाई गेंदबाजों ने बढ़िया बॉलिंग की और हमें गलतियां करने पर मजबूर कर दिया."

Mahela Jayawardene
महेला जयवर्धनेतस्वीर: AP

टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को अपना आखिरी लीग मैच जीतना जरूरी हो गया है. फाइनल शनिवार को खेला जाना है और उसमें चुनौती पेश करने के लिए पहले भारत को न्यूजीलैंड को हराना होगा. धोनी भी मान रहे हैं कि अगला मैच "अभी नहीं तो कभी नहीं" की तर्ज पर खेला जाएगा. "अगला मैच एक तरह से सेमीफाइनल हो गया है. हमें बढ़िया खेलना ही होगा, नहीं तो सामान पैक कर घर वापसी होगी."

धोनी के मुताबिक भारत के लिए सिर्फ एक सकारात्मक बात रविवार के मैच में यह रही कि डेंगू बुखार से पीड़ित युवराज सिंह टीम में लौट आए. वह तबीयत खराब होने की वजह से पिछला मैच नहीं खेल पाए थे. श्रीलंका की अनुशासित गेंदबाजी के सामने युवराज सिंह ही संघर्ष करते नजर आए और उन्होंने 64 गेंद में 38 रन की ठोस पारी खेली.

टीम इंडिया के कप्तान ने भी युवी की प्रशंसा में कोई कसर नहीं छोड़ी. "युवराज की बल्लेबाजी अच्छी रही. यह सकारात्मक बात है. मध्यक्रम में युवराज अहम बल्लेबाज हैं. वह ऐसे बैट्समैन हैं जो टिक कर भी रन बना सकते हैं और बड़े शॉट लगाने का माद्दा भी उनमें है. युवराज सिंह ने रविवार को जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे उन्हें आत्मविश्वास जरूर मिला होगा."

वहीं श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा ने आठ विकेट की जीत का श्रेय अपने गेंदबाजों का दिया है. इस जीत के बाद श्रीलंका ट्रायएंगुलर सीरिज के फाइनल में पहुंच गया है. संगकारा के मुताबिक अगर वह टॉस जीतते तो पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लेते. लेकिन गेंदबाजी का मौका मिलने पर उनके बॉलर्स ने उन्हें निराश नहीं किया. संगकारा की राय में महेला जयवर्धने के साथ पारी की शुरुआत करने का फैसला भी सही साबित हुआ.

दांबुला में पहले खेलते हुए भारत की पूरी टीम सिर्फ 33 ओवर में 103 रन पर सिमट गई. श्रीलंका की ओर से परेरा ने पांच विकेट लिए. वैसे कुछ फैसले बेहद नजदीकी रहे जिनका नुकसान भारतीय टीम को झेलना पड़ा. जवाब में श्रीलंका ने तूफानी बल्लेबाजी की और मैच सिर्फ 16वें ओवर में ही जीत लिया.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा एम

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